बिहार के छपरा में नौवीं कक्षा की छात्रा से कथित तौर पर बलात्कार करने के मामले में गिरफ्तार स्कूल के प्रिंसिपल ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। प्रिंसिपल ने कहा है कि वह किसी भी तरह के मेडिकल टेस्ट के लिए तैयार हैं।
आरोपी प्रिंसिपल ने कहा,' हमें इस मामले की सही जांच चाहिए। यह सब झूठ है। हम सभी तरह के टेस्ट के लिए तैयार हैं। यह स्कूल को बदनाम करने की साजिश है।'
बता दें कि शुक्रवार को पीड़िता की शिकायत के बाद बिहार पुलिस ने एक प्राइवेट स्कूल प्रिंसिपल, 1 शिक्षक और 2 छात्र समेत कुल 6 लोगों को सामूहिक बालात्कार के केस में गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने बताया,'पीड़िता ने स्कूल के प्रिंसिपल, 2 शिक्षक और 15 छात्रों के खिलाफ गैंग रेप का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि इन लोगों ने दिसंबर 2017 जब से उसके पिता जेल गए हैं तब से उसको ब्लैकमेल कर उसके साथ सामूहिक बालात्कार किया।'
जिले के एसपी हर किशोर राय ने कहा,'आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) और पॉक्सो ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। लड़की ने अपनी शिकायत में दावा किया कि दिसंबर 2017 में स्कूल के शौचालय में कुछ छात्रों ने उससे बलात्कार किया।'
बिहार के अतिरिक्त महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल ने कहा,'इस मामले में अब तक विशेष जांच दल ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच जारी है।'
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Source : News Nation Bureau