बिहार में बजट सत्र चल रहा है और इस बीच एक बार फिर से रामचरितमानस विवाद ने जोर पकड़ा है. राष्ट्रीय जनता दल कोटे से आने वाले शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने फिर से रामचरितमानस को लेकर सवाल खड़ा किया है. जिस पर जेडीयू की तिलमिलाहट बढ़ गई है. शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने एक बार फिर रामचरितमानस पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि रामचरितमानस में कुछ कचड़े हैं, जिसे बाहर निकाला जाए. जाति के नाम पर अपमान बंद हो. डॉक्टर लोहिया ने भी कहा है, मैं भी यही कह कहा हूं. मैं 28 साल से बोल रहा हूं. मैंने सत्य कहा है. बीजेपी की हिम्मत है तो इसे सदन में उठाए. शुद्र अब पढ़ लिया है.
प्रो चंद्रशेखर ने दिया चैलेंज
प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि हैसियत है तो मामला उठा कर देखे. मैने एक दो सत्य कहा है, दर्जनों है.. राम मनोहर लोहिया, नागानुर्जन ने कहा है. दर्जनों को एलिमिनेट करने की जरूरत है. शास्त्र में जो अर्थ लिखा है. वही कह रहे हैं. शुद्र को हजारों साल पढ़ लिख गया है. देश को चलाने वाले इसे बदलावे. कचड़ा को हटाए. पर कचड़ा को हटाने में मोती मत फेंकना.
JDU ने कहा हिंदू धर्म छोड़ दे
वहीं, जदयू विधायक संजीव ने शिक्षा मंत्री के बयान पर कहा कि दूसरे धर्म पर ऐसा कोई बोलता तो सड़क पर चलने लायक नहीं होता. इन्हें इलाज की जरूरत है. मैं डॉक्टर हूं. इन्हें शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए. हिंदू से उन्हें दिक्कत है तो धर्म छोड़ दे. उन्हें कुछ नहीं आता. खाली डब्बा है.
पहले भी दे चुकें हैं बयान
आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर इससे पहले भी रामचरितमानस पर विवादित बयान दे चुके हैं. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था. इस बयान का काफी विरोध देखने को मिला था.
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HIGHLIGHTS
- रामचरितमानस को लेकर चंद्रशेखर ने फिर दिया विवादित बयान
- कहा- विपक्ष में हिम्मत है तो मुद्दे को सदन में उठाए
- रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता चुके हैं चंद्रशेखर
Source : News State Bihar Jharkhand