गया के विष्णुपद मंदिर में गैर हिन्दूओं का जाना प्रतिबंधित है. इसके बावजूद अपने गया दौरे के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री इजराइल मंसूरी मंदिर में प्रवेश कर गए थे, जिसके बाद से लोगों में इसे लेकर आक्रोश देखा गया. कई राजनीतिक पार्टियों ने इस घटना को गलत बताया तो वहीं पूरे मामले पर इजराइल मंसूरी ने कहा कि गया में लाखों विदेशी विष्णुपद मंदिर में घुसते हैं, फिर मुझ पर सवाल क्यों. हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ के आरोपों और बवाल पर इजराइल मंसूरी ने सफाई दी और बताया कि मेरी मंशा गलत नहीं थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं कई सालों से मंदिरों में जाता रहा हूं, जिसको जो करना है करें.
हिंदू मान्यताओं और आस्था से जुड़े विष्णुपद मंदिर में सीएम नीतीश के साथ पूजा के दौरान मुस्लिम मंत्री के जाने को लेकर बवाल मचा था. हाजीपुर में जब मंत्री से सवाल किया गया तो मंत्री जी ने भड़कते हुए कहा कि जिसको जो करना है करें. वहीं एक सवाल के जवाब में नीतीश के मंत्री ने बीजेपी को लेकर उटपटांग बयान दिया है.
मंत्री इसराइल मंसूरी ने कहा कि बिहार में 17 सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद बीजेपी को एक अदद नेता नसीब नहीं हुआ. इसीलिए भाजपा नीतीश कुमार का चमचा और पिछलगू बनकर चल रही थी. यहां बड़ा सवाल ये है कि आस्था से जुड़े जिस मसले को लेकर मंत्री सवालों के घेरे में है. उनका ये बयान संवेदनहीनता दर्शाता है. वहीं भाजपा को लेकर चमचा और दुम हिलाने वाली उनकी टिपण्णी राजनितिक भाषा के निचले स्तर को दर्शाती है.
Source : News Nation Bureau