बिहार में, मंगलवार को नवगठित मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा कर दिया गया जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास गृह, सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग के साथ साथ वे सभी विभाग रखे हैं जो किसी को आवंटित नहीं किये गए हैं. राज्य सचिवालय के बयान के अनुसार, राज्यपाल फागू चौहान ने भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह से विभागों का कार्य आवंटित कर दिया.
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एनडीए के इस सरकार में सुशील मोदी को शामिल नहीं किया गया है. इसे लेकर विपक्षी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधा है. आरजेडी (RJD) नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, 'सुशील मोदी भाजपा के कम और नीतीश कुमार के सहयोगी के रूप में उनकी भूमिका ज़्यादा हो गई थी. मुझे लगता है कि इसी वजह से बीजेपी ने उनका पत्ता काट दिया और वह अन्य BJP नेता को उभरने का मौका भी नहीं देते थे.' उन्होंने आगे ये भी कहा कि वह अन्य बीजेपी के दूसरे नेताओं को उठने नहीं दे रहे थे. वह रोजाना सभी विषयों पर बोलते थे और अखबार / टीवी में छपने के बिना नहीं रह सकते थे.
Sushil Modi's role had become less of BJP's & more of Nitish Kumar's associate. I think that's why BJP cut him off this time. He wasn't allowing other BJP leaders to rise. He used to speak on all topics daily & couldn't live without appearing in newspaper/TV: Shivanand Tiwari,RJD pic.twitter.com/Aa1ZUJVDL8
— ANI (@ANI) November 17, 2020
वहीं बता कि इससे पहले शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पर हमला किया था. वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा था कि कांग्रेस महागठबंधन के लिए बोझ बन गई थी. कांग्रेस 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन 70 चुनावी रैलियां तक नहीं कीं. हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार मानते हुए कहा कि राहुल गांधी मात्र तीन दिन के लिए आए और प्रियंका गांधी तो आई भी नहीं. जो लोग बिहार से परिचित नहीं थे, वो यहां प्रचार करने के लिए आए. कांग्रेस ने गलत किया इस चुनाव में.
Source : News Nation Bureau