22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पूजा है. जहां पूरा देश राम भक्ति में विलीन नजर आ रहा है तो वहीं मंदिर पर भी सियासत शुरू हो चुकी है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी से लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर तक राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं. वहीं, केंद्र सरकार इस तरह की राजनीति की निंदा करती दिख रही है. वहीं, एक बार फिर घर-घर पूजित अक्षत बांटे जाने को लेकर आरजेडी बीजेपी पर हमला करती नजर आ रही है. बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री और आरजेडी के वरिष्ट नेता सुरेंद्र राम ने अक्षत यात्रा को लेकर कहा कि देश के युवाओं को नौकरी की जरूरत है, अक्षत की नहीं.
'राम के नाम पर राजनीति कर रही बीजेपी'
इसके साथ ही भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि कल ये लोग राख बांटेंगे, देश को जलाकर. सुरेंद्र राम ने यह बयान रविवार को दिया, जब वह रोहतास के करगहर और कोचस पहुंचे थे. सुरेंद्र राम ने आगे हमला करते हुए कहा कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी इतना कुछ कर रही है, लेकिन 2014 और 2019 के चुनाव में जो वादे किए थे, वह सारे अब तक पूरा नहीं किया गया है. नरेंद्र मोदी ने हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. इसके साथ ही काला धन वापस लाने का और हर व्यक्ति के अकाउंट में 15-15 लाख रुपये डालने का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया गया.
'युवाओं को नौकरी की जरूरत, अक्षत की नहीं'
युवाओं को नौकरी नहीं दी जा रही है, उसके जगह राम मंदिर के नाम पर ये लोग घर-घर अक्षत बांट रहे हैं. युवाओं को नौकरी की जरूरत है, अक्षत की नहीं. वहीं, बीजेपी पर हमला करते हुए सुरेंद्र राम ने कहा कि ये लोग राम के नाम पर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं और लोगों से प्यार चाह रहे हैं. शंकराचार्य भी इसका विरोध कर रहे हैं, यह राम मंदिर, धर्म, सबकुछ शंकराचार्य के जिम्मे है और यह राम के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और राजनीति की चक्की में राम को पीसकर उसका फायदा उठाना चाह रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- राम मंदिर पर आरजेडी मंत्री का बयान
- कहा- 'युवाओं को नौकरी की जरूरत, अक्षत की नहीं'
- राम मंदिर के नाम पर बीजेपी कर रही राजनीति
Source : News State Bihar Jharkhand