राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि जनादेश महागठबंधन के पक्ष में है, जबकि चुनाव आयोग का दिया नतीजा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में रहा. उन्होंने कहा कि हमें लोगों का समर्थन मिला, लेकिन राजग ने धन-बल-छल के दम पर चुनाव में जीत हासिल की है. इसके साथ ही तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला है. तेजस्वी यादव को आज महागठबंधन विधायक दल का नेता चुना गया है.
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पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाकर महागठबंधन को हराए जाने की बात की. उन्होंने कहा, 'यह चौंकाने वाली बात है कि राजग को महागठबंधन से केवल 12,270 वोट अधिक मिले और फिर भी वह 15 और सीटें जीतने में सफल रहा. हम 20 सीटों पर मामूली अंतर से हारे. कई विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 900 डाक मतपत्रों को रद्द कर किया गया.' तेजस्वी ने कहा कि हम उन सभी विधानसभा क्षेत्रों में डाक मतपत्रों की दोबारा गिनती किए जाने की मांग करते हैं, जहां इनकी गिनती शुरू में नहीं अंत में की गई.
तेजस्वी ने कहा, 'महागठबंधन के नेता चुनाव में सकारात्मक और जनता के मुद्दे के साथ चुनाव मैदान में गए, जिसके लिए लोगों का भरपूर समर्थन मिला. जनता के फैसले और चुनाव के नतीजों में फर्क है. जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, जबकि चुनाव आयोग का नतीजा राजग के पक्ष में है.' उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि जनादेश बदलाव का है. मगर एकबार फिर जनादेश की चोरी की गई है. इसके पहले भी 2015 में ऐसा किया गया था. तेजस्वी ने मांग है कि फिर से वोटों की गिनती हो, जिससे पता चल जाएगा कि कौन किसके दबाव में काम कर रहा है.
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इस दौरान राजद नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि जो लोग (नीतीश कुमार) तीसरे नंबर पर पहुंच गए वे आज भी कुर्सी पर बैठने के लिए तैयार हैं.' तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा, 'नीतीश कुमार में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची हुई है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर उनमें थोड़ा भी विवेक बाकी है, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से अपना मोह छोड़ देना चाहिए.'
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया है कि बिहार में महागठबंधन धन्यवाद यात्रा निकालेगा, क्योंकि हम ये मानते हैं कि हम जीते हैं. पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने जनता के मुद्दे उठाते रहने की बात कही. 'सरकार में जो लोग आ रहे हैं, उन्हें कह रहे हैं कि ये चार दिन की ही चांदनी है. हम लोग रोने वाले नहीं संघर्ष करने वाले लोग हैं. जनता की आवाज उठाते रहेंगे. जनवरी तक अगर सरकार ने जो वादे किए हैं, उसे पूरा करना नहीं शुरू किया तो जनवरी से हम लोग जोरदार आंदोलन शुरू करेंगे.'