Bihar Politics: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बवाल मचा हुआ है. इन दिनों राजनीतिक गलियारों में यह चर्चाएं तेज है कि लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान एनडीए के साथ अपना गठबंधन तोड़ सकते हैं. वहीं, आरजेडी नेता ने यहां तक दावा किया था कि चिराग की पार्टी के कुछ सांसद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इस बीच चिराग पासवान के जीजा जी और जमुई से सांसद अरुण भारती ने इन चर्चाओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और इसे आरजेडी द्वारा फैलाई गई अफवाह करार दिया है. अरुण भारती ने यह भी कहा कि एनडीए के साथ उनकी पार्टी का रिश्ता अटूट है.
बीजेपी संग लोजपा (रामविलास) का रिश्ता अटूट
हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल द्वारा हमारी पार्टी और एनडीए के बीच भ्रम फैलाने की कई कोशिशें की गई. यह कोशिशें हमारे गठबंधन को कमजोर करने और अपनी डूबती हुई नईयां और अपने राजनीति स्वार्थ को साधने के लिए की जा रही है. हम सभी जानती है कि हमारी पार्टी हमेशा से देश की जनता की सेवा और देश के विकास के लिए समर्पित रहे हैं. हम रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं. इन दिनों कुछ मीडिया चैनलों में यह चर्चा चल रही है कि हमारी पार्टी में विभाजन हो सकता है.
राजद का चेहरा फिर एक बार बेनकाब हुआ।
— Arun Bharti (@ArunBhartiLJP) August 30, 2024
विकास के मुद्दो से ध्यान भटकाने का प्रयास करना राजद के चरित्र का अहम हिस्सा रहा है। मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में टूट को लेकर भ्रामक खबर फैलाने वाले राजद नेताओं को मेरा जवाब।@ANI @LJP4India @PTI_News @iChiragPaswan @aajtak… pic.twitter.com/YW9GCN5Keg
आरजेडी लोगों के बीच फैला रही है अफवाह
यह सब अफवाहें हैं और राजद द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है. उनका मकसद साफ है ये चाहते हैं कि हमारी पार्टी और एनडीए के बीच अविश्वास का माहौल बने और यह अपनी डूबती नईयां को बचा सके. वह इसका राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं. वे जानते हैं कि एनडीए अटूट रहता है तो उनकी राजनीति का कोई भविष्य नहीं है. इसलिए वह इस तरह का भ्रम फैला रहे हैं. समझ चुका है कि बिहार और देश में अब उनका अस्तित्व नहीं बचा है. हम इनके बहकावे में आने वाले नहीां है, हम राजद के इस चाल का उजागर करते हैं. हमारा गठबंधन एनडीए के साथ अटूट है.
आरजेडी ने चिराग पासवान को दिया था ऑफर
चिराग पासवान को किसी भी भ्रमित करने वाले बयान से प्रभावित नहीं किया जा सकता है. हाल ही में एक राजद के नेता के द्वारा चिराग पासवान जी को उनके साथ एनडीए के खिलाफ खड़े होने का सुझाव और ऑफर देना इस बात का सबूत है कि राजद हमारे गठबंधन को कमजोर करना चाहता है ताकि वह अपनी खोई हुई राजनीति जमीन को वापस पा सके. वह जानते हैं कि अगर एनडीए अटूट रहता है तो उनका कोई भविष्य नहीं है. जनता विकास चाहती है, भ्रम नहीं, जनता विकास चाहती है, जंगलराज नहीं. हम विकास की राह पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है, हमें इससे कोई भटका नहीं सकता है. हम लोगों से अपील करते हैं कि इन्हें अफवाहों पर ध्यान ना दें. हमारा और एनडीए का रिश्ता अटूट है.