बिहार में नई सरकार बनने के बाद भी राजनीतिक अस्थिरता को लेकर कयास लगाए जा रह है. दरअसल, इस बीच अरुणाचल में जेडीयू विधायकों का बीजेपी में जाना, बिहार की सियासत को और सुलगा गया है. एनडीए की इस खलबली पर विपक्ष पैनी नजर बनाए हुए है और जीत की दहलीज तक पहुंचने वाली आरजेडी को संभावनाएं नजर आने लगी हैं. एनडीए में मची खलबली के बीच आरजेडी ने सीएम नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट का बनाने का ऑफर दिया है. नीतीश कुमार को यह ऑफर राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और बिहार विधान सभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने दिया है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को सीएम बना दें तो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्षी पार्टियां उनका समर्थन कर सकती हैं. वहीं, आरजेडी के नेता द्वारा दिए गए ऑफर से बिहार की सियासत गरमा गई है. दरअसल 3 दिन पहले बिहार में सियासी हलचल मच गई थी जब जेडीयू की कमान नीतीश कुमार ने छोड़कर राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी आरसीपी सिंह के हाथों में दे दी थी.
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दरअसल, 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए को 125 सीटों पर जीत मिली थी. इनमें 74 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी जबकि जेडीयू 43 पर सिमट गई थी. यानी बीजेपी को जेडीयू से काफी ज्यादा सीटें मिली थीं. बावजूद इसके बीजेपी ने नीतीश कुमार का नेतृत्व ही स्वीकार किया क्योंकि उनके चेहरे पर ही पूरा चुनाव लड़ा गया था, लेकिन नीतीश कैबिनेट में बीजेपी अपनी सीटों के हिसाब से ज्यादा भागीदारी चाहती है. इस बात पर विवाद भी गहरा रहा है. जवाब में जेडीयू ने बीजेपी को 2010 के चुनाव की याद दिलाई है.
Source : News Nation Bureau