राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए स्थायी आरक्षण की सिफारिश की है. सोमवार को बिहार विधानसभा में 126वें संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राजद के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि हम चाहते हैं कि एससी-एसटी वर्ग के लिए आरक्षण की स्थायी व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना के लिए भी विशेष सत्र बुलाने की मांग की. राजद नेता की इन मांगों का कांग्रेस (Congress) विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने भी समर्थन किया.
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बता दें कि सोमवार को बिहार विधानसभा और विधान परिषद के एक दिवसीय विशेष सत्र में 126वें संविधान संशोधन विधेयक को मंजूरी दी गई. यह विधेयक एससी/एसटी के लिए आरक्षण को और 10 साल बढ़ाने से संबंधित है. सदन में संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने इस विधेयक को पेश किया. जिसका सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद समेत सभी दलों ने समर्थन किया. जिसके बाद सदन ने विधेयक को मंजूरी दे दी. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी दलों का धन्यवाद दिया.
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तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा
हालांकि इस विधेयक के पेश होने से पहले विधानसभा में सीएए-एनआरसी और एनपीआर को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया. तेजस्वी ने कहा कि इसे बिहार में लागू नहीं होने दिया जाएगा, चाहे इसके लिए खून भी देना पड़ेगा तो हम देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि क्या हमें देश के नागरिक होने का सबूत देना होगा? हम संविधान विरोधी काम नहीं होने देंगे. विधानसभा में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा. उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री जी आप CAA और NRC पर आधिकारिक बयान क्यों नहीं दे रहे हैं, जी? किससे डर रहे हैं? RSS, भाजपा, नरेंद्र मोदी, अमित शाह या फिर कुर्सी से?'
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