बिहार में जंगलराज का जो मुद्दा विधानसभा चुनाव में हावी रहा, जिस मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए ने बिहार के चुनावी माहौल का बदला, जिसे बार-बार लोगों को याद दिलाया. वही जंगलराज आज एनडीए की सरकार होने पर भी बिहार में लौटता दिखाई दे रहा है. बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार के गठन को महीने भर भी नहीं हुआ है, लेकिन अपराध अपने चरम पर पहुंच चुका है. ताजा मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है, जहां लुटेरों ने मुजफ्फरपुर में एक कैश ट्रांसफर वैन को लूटने का प्रयास किया.
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जानकारी के अनुसार, बैंकों में कैश ले जाने वाली गाड़ी पैसे लेकर जा रही थी तो मुजफ्फरपुर में हथियारबंद लुटेरों ने कैश वैन को लूटने की कोशिश की. लुटेरों ने मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में इस घटना को अंजाम देने की कोशिश की. हालांकि सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के कारण कैश वैन को लूटने का प्रयास विफल हो गया और लुटेरे कैश वैन को लूटने में कामयाब न हो सके.
फिलहाल इस घटना में कैश वैन को सुरक्षित बचा लिया गया है. लेकिन बताया जा रहा है कि इस दौरान लुटेरों ने की राउंड फायरिंग की थी, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी को गोली लग गई. घायल सुरक्षाकर्मी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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ऐसा नहीं है कि बिहार में अपराध की यह पहली घटना है. बीते कुछ दिनों से बिहार में हत्या, डकैती और लूट की घटनाएं सुर्खियों में हैं. कत्ल, ज्वैलरी निर्माता के घर से अपहरण, फिर एक करोड़ की फिरौती और अब कैश वैन लूटने की कोशिश.
सवाल यह भी उठता है कि नीतीश सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद तो बुलंद हैं, लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई इस अपराध को हवा दे रहा है. बहरहाल, इस काली दुनिया में पर्दे के पीछे जो हो रहा हो, मगर ऐसी घटनाएं कहीं न कहीं जंगलराज के उन दिनों को लोगों के जहन में जिंदा कर रही हैं, जिन्हें बीते डेढ़ दशक पहले बिहार की जनता ने देखा था.
Source : News Nation Bureau