बिहार के सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत बिहार भ्रमण पर है लेकिन उनकी समाधान यात्रा मासूम बच्चों के लिए आफत बन गई है. दरअसल, सीएम नीतीश कुमार की अगवानी को लेकर अब प्रशासन मासूम स्कूली बच्चों को इस्तेमाल कर रहा है. ताजा मामले में सीएम नीतीश कुमार का स्वागत करने के लिए नौनिहालों को सुबह 8 बजे से ही खुले आसमान के नीच ठंड में 2 बजे तक बिठाए रखा गया. दरअसल, भीषण ठंड में सीतामढ़ी के दलित टोले के मासूमों को खुले आसमान के नीचे 6 घंटे तक बिठा कर रखा गया था. ठंढ़ से कांपते बच्चे सुबह 8 बजे से दोपहर के 2 बजे तक सीएम का इंतजार प्रशासन के निर्देश पर करते रहे लेकिन सीएम को उनके पास जाने का समय ही नहीं मिला. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या ऐसे ही लोगों की समस्याओं का सीएम नीतीश कुमार समाधान करेंगे?
बताते चलें कि सीएम नीतीश कुमार अपनी समाधान यात्रा के तहत आज यानि शुक्रवार को सीतामढ़ी में हैं. नीतीश कुमार को कोई रैली या सबा नहीं करनी है. वो सिर्फ लोगों से मिल रहे हैं. ऐसे में सीएम नीतीश को कुछ चुनिंदा स्थानों पर ले जाने का प्रोग्राम है. सीतामढ़ी में भी ऐसी ही व्यवस्था की गयी थी. प्रशासन ने डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी दलित टोले में सीएम नीतीश कुमार के दौरे को देखते हुए कार्यक्रम रखा था.
नीतीश कुमार की सरकार दावा करती है कि वह महादलित, दलित, अल्पसंख्यक औऱ अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना चलाती है और इससे ही गरीब तबके के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है. सीतामढ़ी जिले के राघोपुर बखरी दलित टोले में सीएम नीतीश कुमार को इसी योजना का निरीक्षण करना था और प्रशासन ने इस भीषण ठंढ़ में बच्चों बिठा दिया. बच्चे कड़ी ठंड में 6 घंटे तक खुले आसमान के नीचे सीएम नीतीश कुमार के इंतजार में बैठे रहे लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने बच्चों से मिलना तक मुनासिब नहीं समझा.
HIGHLIGHTS
- राघोपुर बखरी दलित टोले में मासूमों पर जुल्म!
- सीएम का स्वागत करने के लिए बच्चों का 'इस्तेमाल'
- 6 घंटे कड़ी ठंड में सीएम का इंतजार करते रहे मासूम बच्चे
- बच्चों से मिले बिना सीएम निकल गए
Source : News State Bihar Jharkhand