घर से स्कूल की कहकर निकली तीन छात्राओं को नहीं पता था कि अगले ही पल उनके साथ क्या होने वाला है. इधर माता-पिता ने बस्ता तैयार कर खुशी-खुशी बेटियों को स्कूल के लिए विदा कर दिया था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था...हंसती-खेलती और फुदकती अपने बचपन को जीती हुई तीनों मासूम एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गईं.
मौत बनकर आए एक अनियंत्रित ट्रक ने बच्चियों को रौंद डाला. मंजर ऐसा था कि जिसने भी देखा वो फूट पड़ा. एक तरफ तड़पती बच्चियां और दूसरी तरफ बिखरे पड़े वो बस्ते जिनमें कई सपने कैद थे. दो की मौके पर ही जान जा चुकी थी तो वहीं तीसरी जिंदगी और मौत से जूझ रही थी.
एसडीओ अस्पताल में भर्ती है घायल
पूरा मामला समस्तीपुर जिले में नेशनल हाइवे 28 का है, जहां एक तेज रफ्तार ट्रक ने तीन स्कूली बच्चियों को कुचल दिया. इस दर्दनाक हादसे में दो की जान चली गई. वहीं एक गंभीर रूप से घायल है. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. घायल बच्ची को फौरन सदर एसडीओ अस्पताल पहुंचाया गया.
इधर, दो छात्राओं का शव देखकर भीड़ का गुस्सा सांतवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने हाइवे एनएच 28 को ही जाम कर दिया. प्रदर्शनकारी प्रशासन से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर उतर आए हैं. सूचना मिलते ही घायल बच्ची का हालचाल जानने सदर एसडीओ अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों को बेहतर इलाज करने का निर्देश दिया.
स्कूल जाते वक्त हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय फतेहपुर जा रही स्कूली बच्चियों के साथ हुई. मृतक बच्चियों की पहचान फतेहपुर पंचायत के वार्ड-8 में रहने वाले निवासी ब्रह्मदेव सिंह की बेटी स्वाति प्रिया और राजेश कुमार साह की बेटी कृतिका के रूप में हुई है. दोनों चौथी क्लास की छात्रा थी. वहीं इस घटना में गंभीर रूप से घायल बच्ची की पहचान फतेहपुर वार्ड-8 के निवासी कृष्णदेव सिंह की बेटी मीना कुमारी के रूप में हुई है.
10 लाख देना होगा मुआवजा
इस घटना के बाद ग्रामीणों में जमकर गुस्सा देखने को मिला. उन्होंने बारिश होने के बाद भी सड़क जाम कर दिया. मौके पर ताजपुर बीडीओ, मुसरीघरारी थानाध्यक्ष समेत अन्य कई अधिकारी और थाने की पुलिस पहुंची और लोगों को समझाने की कोशिश में जुट गए. माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने मृतक के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. काफी देर समझाइश की गई फिर एसडीओ से बातचीत के बाद हाइवे को खुलवाकर लोगों को वापस भेजा.