शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने आपातकाल को लेकर बड़ी घोषणा कर दी. दरअसल, गृह मंत्री ने कहा कि 1975 के आपातकाल की याद में हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाया जाएगा. वहीं, केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रही है. इस बीच बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने संविधान हत्या दिवस को लेकर बड़ा बयान दिया है. सम्राट चौधरी ने कहा कि इस आपातकाल के जरिए लोकतंत्र की हत्या की गई थी. कई निर्दोष लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया था.
जीतन राम मांझी ने फैसले को ठहराया सही
वहीं, इस पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करते हैं और हमने संविधान की हत्या का दंश झेला है. उस समय आम लोग तो क्या मीडिया भी स्वतंत्र नहीं थी. इसलिए अब समय आ गया है कि जनता को सच बताया जाए ताकि देश में दोबारा ऐसा वाकया दोहराया ना जा सके.
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विजय कुमार सिन्हा ने दी प्रतिक्रिया
सम्राट चौधरी के अलावा प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने भी इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इंडिया और कांग्रेस के लोगों ने देश के संविधान को तार-तार करने की कोशिश की है और यह भी एक तरह से संविधान की हत्या है. जिन लोगों ने संविधान की हत्या की है, वे लोग संविधान बचाने की बात कर रहे हैं. आने वाली पीढ़ी को कांग्रेस का असली चेहरा दिखाना जरूरी है?
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अमित शाह ने ट्वीट कर दी जानकारी
बता दें कि अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि '25 जून को भारत सरकार ने हर साल 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाएगा. पूरा देश उन सभी महान लोगों को इस दिन याद करेंगे, जिन्होंने 1975 के आपातकाल के अमानवीय दर्द को सहन किया था.'
HIGHLIGHTS
- संविधान हत्या दिवस पर सम्राट चौधरी की प्रतिक्रिया
- कहा- आपातकाल के जरिए लोकतंत्र की हत्या की गई थी
- जीतन राम मांझी ने कहा- संविधान की हत्या का दंश झेला
Source : News State Bihar Jharkhand