Bihar News: इस बार श्रावणी मेले में कांवड़ियों को शराब के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाएगा. इसके तहत बड़े शराब तस्करों की पहचान के लिए उनके फोटो भी प्रदर्शित किए जाएंगे. यह अभियान पूरे एक महीने तक चलेगा और इसके लिए उत्पाद विभाग ने एक एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपी है. चांदन प्रखंड के गोड़ियारी नदी के पास कांवड़िया पथ पर एक बड़ा स्टाल लगाया जाएगा, जहां स्क्रीन पर यह सारी जानकारी दिखाई जाएगी.
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शराबखोरी से होने वाले नुकसान
कांवड़ियों को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में भी जागरूक किया जाएगा. उत्पाद विभाग का कहना है कि शराब पीने से कई तरह की बीमारियां होती हैं और इससे असमय मौत भी हो सकती है. इसके चलते कांवड़ियों को जागरूक करने के लिए यह विशेष शिविर लगाया जा रहा है. गोड़ियारी नदी कांवड़ियों के आराम करने का एक प्रसिद्ध स्थान है, जहां भगवान शिव के भजनों के साथ-साथ शराब के नुकसान के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
विशेष चेकिंग अभियान
वहीं कांवड़िया पथ पर शराब की तस्करी रोकने के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में भागलपुर पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा. बिहार में पिछले आठ सालों से शराबबंदी लागू है और श्रावणी मेले में हजारों कांवड़िये बेलहर, कटोरिया और चांदन प्रखंड से होकर गुजरते हैं. यह रास्ता लगभग 52 किलोमीटर लंबा है, जिससे आशंका है कि कांवड़ियों के वेश में शराब की तस्करी हो सकती है. इसे रोकने के लिए उत्पाद विभाग ने यह कदम उठाया है.
पुलिस का सहयोग
आपको बता दें कि बांका के उत्पाद अधीक्षक रविन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि श्रावणी मेले को लेकर विभाग पूरी तरह तैयार है. कांवड़ियों को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के लिए स्टॉल लगाया जाएगा और इसके लिए एक एनजीओ का चयन कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि इस साल अब तक शराब से जुड़े 3000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 3000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कांवड़िया पथ पर लगातार छापेमारी की जाएगी और इसमें भागलपुर पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- कांवड़ियों को शराब से दूर रखने की तैयारी
- लोगों को जागरूक करेगी नीतीश सरकार
- शराबखोरी से होने वाले नुकसान को बताएगी सरकार
Source : News State Bihar Jharkhand