सुपौल के राघोपुर प्रखंड में मनरेगा कार्यालय की ओरे से पशु शेड बनाए बगैर 36 लाख 29 हजार की निकासी करने का मामला सामने आया है. सुपौल के डीडीसी मुकेश कुमार के नेतृत्व में पशु शेड घोटाला मामले में राघोपुर प्रखंड के 9 पंचायत में एक साथ जांच टीम पहुंची. इसके बाद से मनरेगा विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मियों में हड़कंप मच गया. आपको बता दें कि देवीपुर पंचायत के कई वार्डों में मनरेगा योजना से बनने वाले 25 पशु शेड का भुगतान किया गया. जिन पशु शेड का भुगतान किया गया उसमें 12 पशु शेड का जमीन पर नीव भी नहीं पड़ा था. विभागीय अधिकारियों ने फर्जी बिल बनाकर लाखों की राशि का भुगतान कर लिया. नियम के अनुसार आवंटन आने के बाद पहले उस पंचायत का भुगतान किया जाता है, जिसका कम बकाया रहता है, लेकिन राघोपुर में इसका भी उल्लंघन किया गया है.
जानकारी अनुसार राज्य से राघोपुर प्रखंड मनरेगा को करीब 1 करोड़ 74 लाख 56 हजार रुपए का आवंटन दिया गया था. जिसमें राज्य से बीते 26 अक्टूबर को उस राशि को खर्च करने का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन मनरेगा पीओ ने मनमानी करते हुए 01 करोड़ 59 लाख केवल देवीपुर सहित 09 अन्य पंचायत को कर दिया. इसमें भी अधिक बकाया वाले पंचायत का भुगतान लंबित रख दिया गया.
रिपोर्ट : बिष्णु गुप्ता
यह भी पढ़ें : 43 साल बाद सूर्य-चंद्र ग्रहण के योग में हुआ मोरबी हादसा, जानिए दो ग्रहणों का असर
HIGHLIGHTS
.पशु शेड निर्माण में लाखों का घोटाला
.शेड बनाए बगैर लाखों का भुगतान
.फर्जी बिल पर 36 लाख 29 हजार की निकासी
.डीडीसी ने शुरू की घोटाले की जांच
Source : News State Bihar Jharkhand