कहने को तो बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन जब इस खबर को आप देखेंगे तो हैरत में पड़ जाएंगे. इन दिनों इमामगंज प्रखंड क्षेत्र के झिकटिया कला मध्य विद्यालय और उच्च विद्यालय शराबियों और नशेड़ियों का अड्डा बन गया है. स्कूल परिसर शाम ढलते ही शराबियों का अड्डा बन जाता है. यहां रात के अंधेरे में शराबी स्कूल पहुंच जाते हैं और बड़े शौक से शराब के मजे लेते हैं. यहां तक कि शराबी शराब पीने के बाद शराब की खाली बोतलें स्कूल कैंपस से लेकर स्कूल के बरामदे में फेंक देते हैं. जब समय के अनुसार स्कूल के बच्चे और शिक्षक वहां पहुंचते हैं तो उन्हें शराब की खाली बोतलें मिलती है.
स्कूल में शराब की बोतलें
यहां तक कि वहां के शिक्षक शराबियों के द्वारा फेंके गए शराब की खाली बोतले को खुद से नहीं साफ करने के बजाय बच्चों से साफ करवाते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि विद्यालय में रात्रि प्रहरी के लिए गार्ड की तैनाती की गई है तो शराबी स्कूल में कैसे पहुंच रहे हैं. क्या स्कूल के गार्ड स्कूल में रात को नहीं ठहरते या फिर वह भी शराब के नशे में धुत रहते हैं.
स्कूल बना शराबियों का अड्डा
स्कूल परिसर में शराबियों के द्वारा फेंके गए शराब की बोतलों को लेकर पूछा तो स्कूल प्रबंधन ने प्रशासन से छुट्टी के बाद स्कूल परिसर में दबिश देकर नशाखोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की माग की है. वहीं इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिव वरत प्रसाद ने स्कूल कैंपस में चारों तरफ से चारदिवारी नहीं होना इस घटना की वजह बताई. यही कारण है कि शाम ढलने के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर शराबी स्कूल पहुंचकर नशाखोरी करते हैं. जब सुबह विद्यालय पहुंचते हैं तो शराब की खाली बोतलें फेंकी हुई मिलती है.
HIGHLIGHTS
- गया का स्कूल बना शराबियों का अड्डा
- शराब पीने के बाद स्कूल में फेंक देते हैं बोतल
- सुबह बच्चों के आने के बाद उनसे कराया जाता है साफ
Source : News State Bihar Jharkhand