Bihar Government School Holidays Increased: बिहार के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को अब अधिक छुट्टियां मिलने वाली हैं. हाल ही में बिहार शिक्षा विभाग के माध्यमिक निदेशालय ने एक आदेश जारी किया है जिसमें छुट्टियों की नई तालिका का विवरण दिया गया है. इस आदेश के अनुसार, शिक्षकों को रक्षा बंधन, तीज, अनंत चतुर्दशी, जिउतिया, गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा पर अवकाश मिलेगा. इस घोषणा का उद्देश्य शिक्षकों को त्योहारों के समय अपने परिवार और समुदाय के साथ समय बिताने का मौका देना है.
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नई छुट्टियों की सूची
आदेश पत्र में निम्नलिखित छुट्टियों की घोषणा की गई है :-
- श्रावणी पूर्णिमा और रक्षा बंधन: 19 अगस्त को एक दिन का अवकाश.
- हरतालिका तीज व्रत: 6 और 7 सितंबर को दो दिन का अवकाश.
- अनंत चतुर्दशी: 17 सितंबर को एक दिन का अवकाश.
- जीवित पुत्रिका व्रत (जितिया): 25 सितंबर को एक दिन का अवकाश.
- गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा: 15 नवंबर को एक दिन का अवकाश.
पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर विरोध
आपको बता दें कि पिछले वर्ष शिक्षा विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षकों की छुट्टियों में काफी कटौती की थी, जिससे शिक्षकों में असंतोष बढ़ा था. केके पाठक ने अपने कार्यकाल में शिक्षा विभाग में कई बड़े बदलाव किए थे, जिनमें छुट्टियों की संख्या में कमी शामिल थी. इसके परिणामस्वरूप शिक्षकों ने अपने असंतोष को जाहिर किया और विरोध प्रदर्शन भी किया.
नए अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ का कदम
वहीं जून 2024 में डॉ. एस. सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. उन्होंने शिक्षकों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एक कमेटी का गठन किया. इस कमेटी ने शिक्षकों की मांगों का विश्लेषण कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी. इसके आधार पर डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शिक्षकों की छुट्टियों को बढ़ाने का निर्णय लिया और नई छुट्टियों की तालिका जारी की.
अन्य मांगें और भविष्य की संभावनाएं
हालांकि, शिक्षकों की कुछ अन्य मांगें अभी भी पूरी नहीं हुई हैं. इनमें दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ महापर्व जैसे प्रमुख त्योहारों पर अधिक छुट्टियां शामिल हैं. पूर्व आदेश के अनुसार, दुर्गा पूजा में सिर्फ 2 दिन, दीपावली में एक दिन और छठ में तीन दिन की छुट्टियां मिल रही हैं. शिक्षकों की मांग है कि इन त्योहारों पर पहले की तरह अधिक छुट्टियां दी जाएं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि शिक्षा विभाग इन मांगों पर क्या कदम उठाता है और शिक्षकों की संतुष्टि के लिए क्या नए प्रावधान करता है.