बिहार के शिक्षा मंत्री है प्रोफेसर चंद्रशेखर, जो कहने को तो शिक्षा मंत्री है, लेकिन ज्ञान धार्मिक ग्रंथों पर बांटते हैं. अब ज्ञान बांटने से थोड़ी फुर्सत मिले, तो मंत्री जी बदहाल स्कूलों का जायजा भी ले लें. अब मंत्री जी का तो पता नहीं, लेकिन NEWS STATE बिहार झारखंड अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है. बदहाल स्कूलों का जायजा ले रहा है और स्कूली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आवाज भी उठाएगा. तस्वीरें अररिया की है, जहां टीन शेड से बने अंधेरे कमरे में स्कूल का संचालन हो रहा है. अररिया के इस स्कूल में छात्रों की पढ़ाई वाकई में भगवान भरोसे है. वो इसलिए कि अगर इंद्रदेव की कृपा हुई और बारिश होने लगी, तो छात्रों की पढ़ाई बंद हो जाती है. सूर्य देव अगर नाराज हुए और गर्मी बढ़ी तो भी छात्रों की पढ़ाई बंद हो जाती है.
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बिहार में शिक्षा व्यवस्था बदहाल
ये हाल है प्राथमिक विद्यालय सुल्तान पोखर वार्ड संख्या 2 का. यहां बीते 35 सालों से टिन शेड के सहारे स्कूल चल रहा है. स्कूल में 147 बच्चे नामांकित हैं और कुल चार शिक्षक हैं. लोगों की मानें तो 1988 में इस विद्यालय का शुभारंभ हुआ था. कई बार मकान बनाने की भी कोशिश हुई, लेकिन आज तक ये कोशिश रंग नहीं लाई. स्कूल की दुर्दशा को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश और मायूसी भी है. जब न्यूज स्टेट बिहार झारखंड ने विद्यालय का जायजा लिया, तो विद्यालय में बच्चे थे, लेकिन कम थे. तीन शिक्षक भी मौजूद थे. पूछने पर शिक्षक सुखेंद्र नारायण ठाकुर ने बताया कि स्कूल पर टिन शेड है जो काफी कमजोर है. बारिश के दौरान स्कूल में पानी भर जाता है. वहीं गर्मी में तपिश इतनी बढ़ जाती है कि छात्र सह नहीं पाते और स्कूल को बंद करना पड़ता है.
टिन शेड के सहारे चल रहा स्कूल
एक तरफ सरकार शिक्षा को लेकर दावे करते नहीं थकती और दूसरी ओर प्रशासनिक उदासीनता के चलते बच्चों को शिक्षा का अधिकार भी नहीं मिल पाता. सोचिए कैसे एक कमरे में 147 बच्चों की पढ़ाई होती होगी. कैसे कमजोर से भवन में हादसे के डर के बीच नौनिहाल पढ़ते होंगे. स्थानीय लोगों ने कई बार इसको लेकर आवाज उठाई है. अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन शासन प्रशासन की नींद मानो खुलने का नाम ही नहीं ले रही. इस मामले को लेकर हमारी टीम ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सूर्य प्रसाद यादव से संपर्क किया. तो उन्होंने जल्द समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. हालांकि कैमरे पर कुछ भी बोलने से उन्होंने इनकार कर दिया. अब देखना ये होगा कि अधिकारी के आश्वासन के बाद भी. यहां के नौनिहालों की शिक्षा के लिए कोई सकारात्मक पहल की जाती है या नहीं.
HIGHLIGHTS
- भगवान भरोसे बच्चों की शिक्षा
- टिन शेड के सहारे चल रहा स्कूल
- गर्मी और बारिश में बंद हो जाती है पढ़ाई
Source : News State Bihar Jharkhand