बिहार में एक ऐसा भी जिला है, जहां कड़ाके की सर्दियों में लू और गर्म लहरें चल रही हैं. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद जिलाधिकारी के सरकारी आदेश में यह कहा गया है. यह मामला गोपालगंज जिले का है. दरअसल, जिले के डीएम अरसाद अजीज ने सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को बंद करने का एक आदेश एक चिट्ठी के माध्यम से जारी किया है. इस आदेश में जिलाधिकारी ने विद्यालयों को बंद करने का जो आधार बताया है कि वह है गोपालगंज जिले में चल रही गर्म लहरें और लू.
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असलियत यह है कि बिहार के कई जिले सर्दियों और शीतलहर की चपेट में है. इसी क्रम में कई जिलाधिकारियों ने अपने जिलों में विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है. गोपालगंज जिले में भी सर्दी और शीतलहर का प्रभाव है. लेकिन यहां के जिलाधिकारी महोदय को इस शीतलहर और ठंड में गर्मी और लू का एहसास हो रहा है. तभी तो जिलाधिकारी महोदय ने स्कूलों में गर्मी और लू की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है.
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देखिए इसमें मुख्य बात और मूलभूत बात गौर करने वाली यह है कि एक अगर यह गलती है तो जिले एक सबसे बड़े अधिकारी से इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है? सरकारी दफ्तरों में हो रही गलतियां तो अक्सर सामने आती है. पर एक जिलाधिकारी जैसे बड़े अधिकारी के द्वारा इतनी बड़ी गलती हास्यास्पद है.
Source : News Nation Bureau