मदरसे में खुदाई के दौरान मिला शिवलिंग, दोनों समुदाय ने लिया ऐतिहासिक फैसला
दरअसल जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत वार्ड नंबर 16 में मदरसे के दीवाल को लेकर खुदाई के दौरान निकले शिवलिंग को दोनों समुदाय के लोगों के द्वारा और पुलिस प्रशासन की बैठक के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि इसे गंगा में जाकर विसर्जन कर दिया जाए.
हमारे देश में धर्म के नाम पर लोगों को लड़वाया जाता है. उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाता है और जब भी धर्म की बात आती है लोग भावुक हो जाते हैं. जिसका फायदा लखीसराय जिले के कुछ असामाजिक तत्वों ने उठाया है. दरअसल जिले के एक मदरसे में खुदाई के दौरान शिवलिंग निकला जिसे देख लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. लोग वहां पूजा करने लग गए लेकिन दोनों समुदाय के कुछ बुद्धिजीवी और पुलिस प्रशासन द्वारा एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया. शिवलिंग का गंगा नदी में विसर्जन कर दिया गया. वहीं, इस मामले में पुलिस ने बताया कि ये असामाजिक तत्वों की हरकत है शिवलिंग को जानबूझ कर वहां रखा गया था.
खुदाई के दौरान मिला शिवलिंग
दरअसल जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत वार्ड नंबर 16 में मदरसे के दीवाल को लेकर खुदाई के दौरान निकले शिवलिंग को दोनों समुदाय के लोगों के द्वारा और बुद्धिजीवी के साथ जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन की बैठक के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि इसे गंगा में जाकर विसर्जन कर दिया जाए. जिसके बाद स्थानीय लोग शिवलिंग को माथे पर उठा कर गंगा नदी के किनारे ले गए. जहां नाव के सहारे बीच गंगा में जाकर शिवलिंग का विसर्जन स्थानीय लोगों के द्वारा कर दिया गया.
शिवलिंग का गंगा नदी में किया गया विसर्जन
बताया जा रहा है कि कल शिवलिंग मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा वहां पूजा-अर्चना के लिए काफी संख्या में भीड़ जुट गई थी. जिसके बाद पुलिस प्रशासन की टीम और जिला अधिकारी एसपी सहित पदाधिकारिय मौके पर पहुंच गए और मामले को बैठकर सुलझाने का प्रयास किया गया. वहीं, शांति समिति की बैठक की गई जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि कहीं यह शिवलिंग विवाद का कारण ना बने और किसी ना किसी उपद्रवी तत्व ने यहां शिवलिंग रखना दिया है. इसलिए दोनों ओर से लिए गए निर्णय के अनुसार शिवलिंग को गंगा में विसर्जन करने का फैसला लिया गया.
असामाजिक तत्वों की थी हरकत वहीं, इस मामले में एसपी पंकज कुमार ने बताया कि शिवलिंग को देखकर प्रथम दृष्टि में ही ये लग रहा था कि बस कुछ दिन पहले ही शिवलिंग को वहां रखा गया था. इसलिए विवाद ना बढ़ें उसे लेकर शिवलिंग को गंगा नदी में विसर्जित कर दिया गया. साथ ही उन असामाजिक तत्वों की भी तलाश की जा रही है जिन्होंने दो समुदाय के बीच विवाद कराने की कोशिश की है.