सावन की शुरुआत होते ही पूरे देश में भक्ति के रंग दिखने लगते हैं और इस बीच देश के कोने-कोने से श्रवण कुमारों की तस्वीर भी खूब देखने को मिलती है. मुंगेर के बाद अब बांका में भी ऐसी तस्वीर देखने को मिली, जहां एक शिवभक्त अपनी बुजुर्ग मां को बहंगी पर बिठाकर देवघर की ओर ले जाते दिखे. खगड़िया के कबेला गांव के रहने वाले रंजीत साह अपनी मां को श्रवण कुमार की तरह कांधे पर बिठाकर देवघर जा रहे हैं. उनके साथ पूरा परिवार भी उनका सहयोग कर रहा है. रंजीत का कहना है कि उनकी मां बहुत बीमार थी. इलाज के बाद भी कोई असर नहीं हुआ. तभी से उन्होंने मन में ठान लिया कि सावन महीने में वो मां को बहंगी पर बिठाकर बाबाधाम ले जाएंगे. आपको बता दें कि सुल्तानगंज से देवघर तक शिवभक्त कंधे पर कांवर लेकर पैदल यात्रा कर बोल बम के नारे लगाते हुए बाबा नगरी पहुंचते हैं.
मुंगेर से भी दिखी ऐसी ही तस्वीर
ऐसी ही एक तस्वीर मुंगेर से भी देखने को मिली थी. यहां तीन बेटे अपनी मां को बहंगी में बिठाकर कांवड़ यात्रा के लिए निकले पड़े हैं. रास्ते में जिस किसी शख्स ने इन बेटों को देखा वो हैरान रह गया. इनकी मां कुछ समय पहले बीमार हो गई थी. उस दौरान उन्होंने प्रण लिया था कि जब उनकी मां ठीक हो जाएगी तो वो उन्हें लेकर बाबाधाम जाएंगे. इसी के चलते तीनों भाई अपनी मां को लेकर बहंगी पर बिठाकर बाबाधाम के लिए निकल पड़े हैं. इस यात्रा में उनका पूरा परिवार उनका सहयोग कर रहा है.
श्रावणी मेले का प्रारंभ
आपको बता दें कि देवघर में विश्वविख्यात श्रावणी मेला प्रारंभ हो गया है. हर दिन करीब एक लाख श्रद्धालु जलाभिषेक कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं. सीसीटीवी कैमरे से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. पुलिस पदाधिकारियों, केन्द्रीय बल और पुलिस बल के जवानों को श्रद्धालुओं के साथ शालिनता से पेश आने का निर्देश दिया है.
HIGHLIGHTS
- बांका में दिखा कलयुग का 'श्रवण कुमार'
- बीमार मां को कराएंगे बाबा के दर्शन
- 'श्रवण कुमार' को मिला परिवार का साथ
Source : News State Bihar Jharkhand