श्रावणी मास की आखरी सोमवारी को प्रसिद्ध दुमका के बासुकीनाथ धाम में कांवरियों का आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. अहले सुबह सरकारी पूजा के बाद कांवरियों के जलार्पण के लिए लाइन खोल दी गयी. जिले के एसपी वाई एस रमेश, डीसी राजेश्वरी बी, डीडीसी वरुण रंजन सहित जिले के तमाम पदाधिकारी आखरी सोमवारी को शुलभ जलार्पण को लेकर कमर मंदिर पर तैनात थे. श्रावणी माह की आखरी सोमवारी को देखते हुए सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट थी.
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वहीं जिले के एसपी खुद मंदिर एवं आसपास नज़र बनाये हुए थे. दो बजे तक करीब 75 हज़ार श्रद्धालुओ अर्धा सिस्टम के जरिये जलार्पण कर चुके थे. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तैनात थीं. जलार्पण में पैदल बम के अलावा डाक बम भी जलार्पण करने बासुकीनाथ धाम पहुंचे हुए थे.
गौरतलब है कि कांवरिया बिहार के सुल्तान गंज से गंगाजल लेकर 105 किमी पैदल चलकर पहले देवघर फिर बासुकीनाथ धाम जलार्पण करने पहुंचते हैं. वहीं बिहार के भागलपुर बरारी घाट से जल उठाकर हंसडीहा के रास्ते सीधे बासुकीनाथ धाम कावरिया जलार्पण करने पहुंचते हैं. दोनों ओर से जलार्पण करने फौजदारी बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचने से कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ती है. जिससे जिलाप्रशासन के लिए कांवरियों को शुलभ जलार्पण कराना चुनौती बन जाता है. हालांकि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम भीड़ से निपटने के लिए रविवार रात से ही जम जाती हैं.
Source : विकास प्रसाद साह