भागलपुर के लोहिया पुल के नीचे आपस में दो दुकानदार के बीच दुकान लगाने को लेकर झड़प हो गई, जिसमें एक युवक ने महिला के सिर पर हमला कर दिया. हमले से महिला घायल हो गई, वहीं देखते ही देखते पुल के नीचे अफरा-तफरी का माहौल हो गया. घटना के घंटों बाद कोतवाली थाना की गाड़ी पहुंची और वहां के एसआई रमणी झा ने घटना का जायजा लिया. इस खबर का कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मी से कोतवाली के एसआई इस कदर पेश आए कि मानों एसआई ने कोई गुनाह किया हो और मीडिया में कैद ना हो जाए. इसके लिए मीडियाकर्मी को डांटते डपटते हुए उनका मोबाइल तक छीन लिया गया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे.
इतना ही नहीं वहां पर मौजूद मीडियाकर्मयों को धमकी भी दी गई और उन्हें देख लेने की बात कही गई. इसके साथ ही एसआई मीडियाकर्मियों को पाठ पढ़ाने लगा. यहां सवाल यह उठता है कि अगर कहीं कुछ गलत हो और वहां मीडिया कवरेज के लिए पहुंचे तो उन्हें इस तरह से धमकी देना एक एसआई को शोभा देता है. अगर एक एसआई मीडियाकर्मी को पाठ पढ़ाने लगे तो फिर मीडिया कर्मचारी अपना काम आजादी से कैसे करेंगे और कैसे लोगों की आवाज बन सकेंगे.
कोतवाली के इस एसआई का यह पहला वाक्या नहीं है, कई बार मीडियाकर्मियों को डांट-डपट, गाली गलौज और चेतावनी देने की बात सामने आई है. अब सवाल यह उठता है कि सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी ही इस तरह मीडिया पर प्रशासन की अकड़ दिखाएंगे तो आगे की कार्रवाई क्या होगी.
रिपोर्टर- आलोक कुमार झा
HIGHLIGHTS
. एसआई ने मीडियाकर्मी के साथ की गाली गलौज
. कवर करने पर मीडियाकर्मियों को दी गई धमकी
Source : News State Bihar Jharkhand