चांद की सतह पर पहुंचने के लिए भारत की मिशन चंद्रयान-3 की शुरूआत हो गई है. ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन गया है. जैसे ही शुक्रवार की दोपहर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित इसरो के सेंटर से इसकी लॉन्चिग की गई, पूरे देश में खुशी का माहौल छा गया. वहीं, चंद्रयान-3 की लॉन्चिग के बाद सीतामढ़ी जिले के लोगों को दोहरी खुशी मिली है. भारत के इस महत्वपूर्ण मिशन में सीतामढ़ी के लाल रवि कुमार का भी अहम हिस्सा है. जिसने केवल बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी में ही हुई
सीतामढ़ी जिले के पुपरी निवासी रिटायर्ड बैंक कर्मी अरुण कुमार चौधरी और मधुबाला चौधरी के पुत्र रवि कुमार चंद्रयान-3 लॉन्चिग में नेटवर्क सिक्युरिटी की कमान संभाल रहे हैं. चंद्रयान-2 के बाद चंद्रयान-3 में भी रवि को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेवारी से पूरे जिलेवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. जब पूरा विश्व भारत के चंद्रयान-3 की लॉन्चिग को टीबी पर देख रहा था तो उस वक्त टीवी पर वैज्ञानिकों की टीम के साथ रवि भी अपनी दायित्वों का निर्वहन करते हुए दिख रहे थे. आपको बता दें कि रवि की प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी से ही पूरी हुई है. वर्ष 2012 में भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) त्रिवेंदरम से एवियोनिक्स में बीटेक पास कर वो इसरो से जुड़े गए और आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं. जिसने पूरे राज्य का नाम रौशन कर दिया है.
रिपोर्ट - आनंद बिहारी सिंह
HIGHLIGHTS
- भारत की मिशन चंद्रयान-3 की शुरूआत हो गई
- सीतामढ़ी जिले के लोगों को मिली दोहरी खुशी
- चंद्रयान-3 की शुरूआत में रवि कुमार का भी है अहम हिस्सा
- चंद्रयान-3 का कर रहे हैं नेटवर्क सिक्युरिटी हैंडल
- प्रारंभिक शिक्षा रवि कुमार की सीतामढ़ी में ही हुई
Source : News State Bihar Jharkhand