Bihar Smart Meter: बिहार में स्मार्ट मीटर ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. इसे लेकर बिजली वितरण के क्षेत्र में उपभोक्ताओं की बढ़ती जागरूकता को देखा गया. 16 अक्टूबर, 2024 को यानी एक ही दिन में 3 लाख 83 हजार उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन रिचार्ज किया. जिससे सरकार को एक दिन में 11 करोड़ का राजस्व मिला.
स्मार्ट मीटर ने बनाया नया रिकॉर्ड
यह पहली बार ही है, जब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन रिचार्ज के माध्यम से बिजली का भुगतान किया. 16 अक्टूबर, 2024 से पहले 18 सितंबर, 2024 को ट्रांजेक्शन के जरिए 7.58 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. लोगों में डिजिटल माध्यम से बिल देने के लेकर बेहतर भागीदारी देखी जा रही है.
एक दिन में मिला 11 करोड़ का राजस्व
इस दौरान करीब 3,96,688 उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी काटे गए थे और फिर से उसी दिन 311,910 ग्राहकों का कनेक्शन जोड़ भी दिया गया था. यह आंकड़ा बहुत अहम माना जा रहा है. औसत दैनिक राजस्व अक्टूबर, 2024 के लिए 2.73 करोड़ रुपये रहा.
यह भी पढ़ें- खतरे में 23,801 शिक्षकों की नौकरी, जानें फिर से मिलेगा मौका या फिर जाएगी जॉब
2019 में हुई थी स्मार्ट मीटर परियोजना की शुरुआत
बता दें कि बिहार में स्मार्ट मीटर परियोजना की शुरुआत 2019 में शुरू किया गया था. अब तक प्रदेश में करीब 31 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. इसका एक बड़ा हिस्सा बिहार विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत में आता है. सरकार का स्मार्ट मीटर और डिजिटल भुगतान की वजह से उपभोक्ताओं को काफी सहूलियत हो रही है. इससे उपभोक्ताओं की बिलिंग में देरी, गलत रीडिंग जैसी समस्याओं से निजात मिल रहा है.
बिहार में स्मार्ट मीटर बना चुनावी मुद्दा
अब उपभोक्ता जब चाहे तब अपनी बिजली खपत की जानकारी ले सकते हैं. बिहार सरकार का लक्ष्य है कि वह 2025 तक राज्यभर में स्मार्ट मीटर लगा ले. आपको बता दें कि बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर भी काफी सियासी बयानबाजी चल रही है. राजनीतिक दलों ने स्मार्ट मीटर को लेकर राज्य सरकार पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो यहां तक कह दिया था कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से गरीब लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई है. प्रदेश में स्मार्ट मीटर चुनावी मुद्दा बन चुका है. वहीं, राज्य सरकार इसे बड़ी उपलब्धि बता रही है.