25 जुलाई 2022 को सावन का दूसरा सोमवार है. साथ ही इस दिन सोम प्रदोष व्रत भी किया जायेगा. साथ ही आज सूर्योदय से अमृतसिद्धि योग एवं सर्वार्थसिद्धि योग नामक अति शुभ योग भी बन गए हैं. विश्व प्रसिद्द ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश शास्त्री के अनुसार श्रावण वन सोमवार, सोमप्रदोष व्रत, अमृतसिद्धि योग एवं सर्वार्थसिद्धि योग नामक अति शुभ में भगवान भोलेनाथ की आराधना, पूजा, व्रत, उपाय करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा. ऐसे दुर्लभ संयोग पर भोलेनाथ की पूजा से मानसिक शांति मिलने के साथ ही कई तरह की परेशानियां खत्म हो जाती है. सोम प्रदोष के व्रत पूजन और उपाय से शत्रुओं पर जीत मिलती है और दुर्भाग्य दूर होता है. महर्षि सूत अनुसार सोम प्रदोष व्रत करने से महादेव से सभी इच्छाओं की पूर्ति का वर मिलता है. मानसिक विकार दूर होते हैं और जमीन जायदाद में लाभ होता है.
शिव पूजन की सरल विधि
सुबह और शाम स्नान के बाद सफेद कपड़े पहन शिव के साथ माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय और नंदीगण की पूजा करें. पूजा में सवेरे मुख पूर्व दिशा में वहीं शाम के वक्त पश्चिम दिशा की ओर रखें. शिव परिवार को पंचामृत यानी दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, शुद्ध देशी घी, सुगन्धित इत्र, गंगा जल, केवड़ा जल, गुलाब जल, गन्ने का रस से शिव मन्त्र ॐ नमः शिवाय मन्त्र का जाप करते हुए अभिषेक करे ततपश्चात शुद्ध साफ जलधारा से स्नान कराकर भोलेनाथ को गंध, अक्षत, चंदन, सफेद फूल, बिल्वपत्र व सफेद वस्त्र चढ़ाएं. शिव को प्रिय बेलपत्र, शमी पत्र भांग-धतूरा अर्पण करें. सफेद मिठाई का भोग लगाएं. शिव के पंचाक्षरी ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें. धूप दीप जलाकर आरती करें. पूजा के बाद शिव स्त्रोत, शिव ताण्डव स्त्रोत, शिव भजन करें. पूजा और जीवन में हुए सारे जाने- अनजाने दोषों के लिए भगवान शिव से क्षमा मांगे. प्रसाद ग्रहण करें और बांटें. संध्या काल शिवालय जाकर सफेद शिवलिंग का विधि-वत पूजन करें. गौघृत का दीप करें, चंदन की अगरबत्ती जलाएं, सफेद कनेर के फूल चढ़ाएं, सफेद चंदन से त्रिपुंड बनाएं, रातरानी का इत्र चढ़ाएं, चावल की खीर का भोग लगाएं और पूजन के बाद भोग किसी गरीब कन्या को दे दें.
विशेष: - जो दम्पत्ति नि:संतान हो, वह शिवजी को श्रावण महीने के किसी भी दिन से 40 दिन तक घी चढ़ाता है, तो उसके घर संतान की प्राप्ति होती है.
मेष राशि- मेष राशि के जातक जल में गुड़ मिलाकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें. लाल चंदन और कनेर के फूल चढ़ावें. शक्कर या गुड़ की मीठी रोटी बनाकर भगवान शंकर को भोग लगाएं. 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें. भूमि, भवन आदि अचल संपत्ति प्राप्त होगी.
वृष राशि- इस राशि के जातक दही से शिव का अभिषेक करें इसके अलावा चावल, सफेद चंदन, सफेद फूल और अक्षत यानि चावल चढ़ावें. ऐसा करने से आप पर भगवान शिव की कृपा बनी रहेगी. 'ॐ नागेश्वराय नम:' मंत्र का जापकरें।परिवार में सुख-शांति आएगी.
मिथुन राशि- भगवान शिव का गन्ने के रस से अभिषेक करें. इसके अलावा मूंग, दूर्वा और कुशा भी अर्पित करें. ' ॐ भूतेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें।धन लाभ होगा.
कर्क राशि- भगवान शिव का अभिषेक घी से करें. साथ ही कच्चा दूध, सफेद आंकड़े का फूल और शंखपुष्पी भी चढ़ावें. ऊँ सर्वलोक प्रजापतये नमः मन्त्र का जाप करें. चिंता का नाश होगा.
सिंह राशि- गुड़ के जल से शिव अभिषेक करें. शमी पत्र अर्पण करें और गुड़ व चावल से बनी खीर का भोग लगाएं. 'ॐ नम: शिवाय' की रोज एक माला करें. बिगड़े काम बन जाएंगे.
कन्या राशि- सावन में गन्ने के रस से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें. भांग, दुर्वा और पान चढ़ाएं. ऊँ विश्वरूपाय नमः मन्त्र का जाप करें. रोजगार के अवसर मिलेंगे.
तुला राशि- सावन में इत्र या सुगंधित तेल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें और दही, शहद और श्रीखंड का प्रसाद चढ़ाएं. सफेद फूल अर्पण करें. ऊँ लोकपालाय नमः मन्त्र का जाप करें. कार्य में आ रही बाधाएं दूर होंगी.
वृश्चिक राशि- सावन में पंचामृत से शिव का अभिषेक करना शीघ्र फल देने वाला रहेगा. लाल फूल, बिल्वपत्र शिव को जरुर चढ़ाएं. 'ॐ अंगारेश्वराय नम:' का जाप करें. धन लाभ होगा.
धनु राशि- सावन में हल्दी मिले दूध से शिव का अभिषेक करें. इसके साथ ही भगवान को चने के आटे और मिश्री से मिठाई तैयार कर भोग लगाएं. पीले या गेंदे के फूल पूजा में अर्पित करें. 'ॐ रामेश्वराय नम:' का जाप करें. रोगों से मुक्ति मिलेगी.
मकर राशि- सावन में नारियल के पानी से शिव का अभिषेक करें. साथ ही उड़द की दाल से तैयार मिष्ठान्न का भगवान को भोग लगाएं. नीले कमल का फूल भगवान को चढ़ाएं. 'शिव सहस्त्रनाम' का उच्चारण करें. विवाह के लिए रिश्ते आएंगे.
कुंभ राशि- सावन में तिल के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करें. उड़द से बनी मिठाई का भोग लगाएं और शमी पत्र पूजा में अर्पित करें. 'ॐ शिवाय नम:' का जाप करें।प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी.
मीन राशि- सावन माह में दूध में केशर मिलाकर शिव का अभिषेक करें. चावल और दही मिलाकर भोग लगाएं. पीली सरसों और नागकेसर से शिव को चढ़ाएं. 'ॐ भौमेश्वराय नम:' का जाप करें। परिवार में प्रेम बढ़ेगा.
Source : Jatin Madan