बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर माना कि कुछ लोग शराबबंदी के फैसले के खिलाफ हैं. उन्होंने यहां तक कहा कि धंधेबाज चाहते हैं कि शराबबंदी कानून विफल हो जाए. पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए शराबबंदी को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो प्रारंभ से ही कहते रहे हैं कि प्रत्येक व्यक्ति एक विचार का होगा, यह संभव नहीं है. मनुष्य का जो स्वभाव होता है, यह सभी को मालूम है. उन्होंने कहा, हम लोग यह मानकर चलते हैं कि कुछ लोग मेरे खिलाफ रहेंगे. शराबबंदी लागू करने के लिए पूरा का पूरा प्रयास करना चाहिए. इसके लिए सबको समझाना चाहिए. गड़बड़ी करने वालों पर कानून के मुताबिक कार्रवाई भी होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि कुछ लोग शराबबंदी के फैसले के खिलाफ हैं. उन्होंने यहां तक कहा कि धंधेबाज चाहते हैं कि शराबबंदी कानून विफल हो जाए. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने सात घंटे तक बैठक कर एक-एक चीजों पर चर्चा की है. शुरूआती दौर में भी हमलोगों ने अलग-अलग नौ बार इसकी समीक्षा की है और जितनी बातें कहीं गई उन सभी चीजों पर चर्चा की गई. इसके बारे में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि पूरे तौर पर आप काम करिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कह दिया गया हे कि विधि व्यवस्था के खिलाफ जैसी कार्रवाई होती है, उसी तरह शराबबंदी पर भी सक्रियता के साथ कार्रवाई करनी है. उन्होंने कहा कि इसके लिए फिर से व्यापक अभियान चलाया जाएगा. उल्लेखनीय है कि बिहार के विभिन्न जिलों में इस महीने के प्रारंभ मे कई लोगों की शराब पीने से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री ने सख्ती दिखाते हुए शराबबंदी को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी और कानून को कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिए हैं.