अपराधी हो या अधिकारी ऐसा लग रहा है बिहार में बेलगाम होते जा रहा है. ताजा मामला कटिहार से है जहां एक महिला विधायक के साथ एसपी ने बदसूलकी की है. उन्होंने बस इतना ही पूछा था कि पुलिस हिरासत में लोग क्यों मर रहे हैं तो एसपी ने जवाब दिया कि मुझे ज्ञान मत दीजिये. कटिहार के प्राणपुर थाने में शनिवार को शराब तस्करी के आऱोप में पकड़े गये प्रमोद नाम के युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गयी थी. जिसको लेकर उन्होंने एसपी से सवाल किया था.
कटिहार के प्राणपुर से विधायक हैं निशा सिंह ने जिले के एसपी को फोन लगाया. विधायक ने बताया-जब मैंने एसपी को फोन लगाया तो एसपी ने कहा कि वे छुट्टी पर हैं. मैंने कहा कि फिर भी आपसे बात करनी है. मेरे क्षेत्र में लगातार ये दूसरी घटना है जब पुलिस की हिरासत में मौत हुई है. आपको कार्रवाई करना है तो करिये, मौत क्यों हो रही है. इसके बाद एसपी ने कहा-मुझे ज्ञान मत दीजिये.
विधायक निशा सिंह ने कहा कि आप खुद समझिये कि जब विधायक से एसपी ऐसे बात करते हैं तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा. पुलिस क्या जनता के साथ क्या करती होगी ये खुद समझ लीजिये. निशा सिंह ने कहा कि एसपी का जवाब और हिरासत में मौत ने फिर से साबित किया है कि बिहार में जंगलराज वापस आ गया है.
बता दें कि, शनिवार को उनके क्षेत्र के एक व्यक्ति की मौत पुलिस हिरासत में हो गयी थी. पुलिस ने आरोपी को शराब के मामले में गिरफ्तार किया था. लेकिन पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गयी. स्थानीय लोगों का कहना था कि पुलिस ने उसे बर्बरता से पीटा था इसलिए मौत हुई. मौत के बाद लोगों में भारी आक्रोश फैल गया था और उन्होंने थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी थी.
Source : News Nation Bureau