BPSC अध्यक्ष अतुल प्रसाद अब अभ्यर्थियों की जिंदगी से जुड़े सवालों से भाग रहे हैं. आलम ये हो गए हैं कि वो सवालों का जवाब देने की बजाय ये कह रहे हैं कि अभ्यर्थियों के आरोपों पर वो कोई सफाई नहीं देंगे. ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब आरोप बीपीएससी पर लगे हैं तो सफाई देने के लिए सामने कौन आएगा? सवाल किससे पूछे जाएंगे? दरअसल, बीपीएससी पर अभ्यर्थियों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोपों में ओएमआर शीट से छेड़छाड़ करने, बार-बार सवालों के उत्तर बदलने समेत कई आरोप शामिल हैं. इतना ही नहीं अभ्यर्थियों ने बीपीएससी के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था जिसके बाद बीपीएससी ने एक्सर्ट टीम का गठन किया था.
खुद बीपीएससी के अध्यक्ष ने ही अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की थी और उनकी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब अभ्यर्थियों से जुड़े सवालों का जवाब तक देना अध्यक्ष जी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. इससे पहले प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने मामले की सीबीआई जांच कराने और परीक्षा नियंत्रक को भी हटाए जाने की मांग की थी.
न्यूज स्टेट के सवालों से भागे अतुल प्रसाद
बहरहाल, अब बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद 'न्यूज स्टेट बिहार झारखंड' के सवालों से भागते नजर आ रहे हैं और कह रहे हैं कि वो अभ्यर्थियों के आरोपों पर किसी भी तरह की सफाई नहीं देंगे. बता दें कि 'न्यूज स्टेट बिहार झारखंड' लगातार बीपीएससी अभ्यर्थियों की आवाज बनता रहा है और उनकी तकलीफों को प्रमुखता के साथ उठाता रहा है. शायद ये बात बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद को चुभ गई है और वो न्यूज स्टेट बिहार झारखंड के सवालों का जवाब देने से इन्कार कर रहे हैं. हमने सिर्फ अभ्यर्थियों के हित से जुड़े सवालों के जवाब अतुल प्रसाद से लेना चाहा था लेकिन उन्होंने सवालों का जवाब देने से इन्कार कर दिया. ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि अगर बीपीएससी का अध्यक्ष अभ्यर्थियों के सवालों का जवाब नहीं देगा तो कौन देगा?