सुपौल के त्रिवेणीगंज अस्पताल परिसर में एएनएम ट्रेनिंग स्कूल सह छात्रावास को बने कई साल हो गए, लेकिन यहां भीषण गर्मी में भी जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है. लिहाजा छात्रावास में रह रही छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पहले तो यहां के छात्राओं को बिजली के चले जाने के बाद अंधेरे की वजह से अपनी पढ़ाई बंद करनी पड़ती है. वहीं, इस भीषण गर्मी को भी सहन करना मुश्किल हो रहा है. इसके अलावे यहां कूड़े-कचरे का अंबार लगा रहता है. इससे भी छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. इन परेशानियों को झेल रही छात्राओं का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा.
भीषण गर्मी से परेशान छात्र
बहरहाल, त्रिवेणीगंज अस्पताल पहुंचे एसडीएम श्रीशम्भू नाथ से एएनएम की ट्रेनिंग ले रही छात्राओं ने जमकर शिकायत की. इन समस्याओं से अवगत कराते हुए छात्राओं ने व्यवस्था में सुधार की मांग की. इधर, छात्राओं की व्यथा सुनने के बाद एसडीएम श्री शम्भू नाथ ने कहा कि हमने अपने स्तर से पता किया कि जिस एनजीओ को इसका ठेका दिया गया है. उसे जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध करानी है. फिर ऐसी समस्या है, हमने नर्सिंग छात्राओं से कहा है कि आप लिखित में एक आवेदन दीजिए. फिर देखते हैं आगे क्या होता है.
बिना बिजली पढ़ने को मजबूर
अब यहां बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार बिहार सरकार बेटियों को शिक्षित कर आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन त्रिवेणीगंज स्थित एएनएम ट्रेनिंग स्कूल सह छात्रावास में कुल 95 छात्राएं अध्यनरत है. इनके लिए सुविधाओं की घोर कमी क्यों? और कब तक इन बेटियों के लिए सरकार व प्रशासन गंभीर होगी?. तब तक शायद छात्र इसी तरह भीषण गर्मी में पढ़ने को मजबूर है.
रिपोर्ट - बिष्णु गुप्ता
HIGHLIGHTS
- भीषण गर्मी से परेशान छात्र
- बिना बिजली पढ़ने को मजबूर
- प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
Source : News State Bihar Jharkhand