विदेश में जाकर पढ़ना हर बच्चे का सपना होता है. लेकिन कुछ ही बच्चे ऐसे होते हैं जिनका ये सपना पूरा हो पता है. क्योंकी विदेश में जाकर पढ़ने के लिए काफी ज्यादा पैसे लगते हैं जो की हर किसी के बस की बात नहीं होती. ऐसे में अब देश से बाहर जाकर पढ़ना आसान हो सकता है. तो वहीं, अमेरिका में जाकर पढ़ने वाले छात्र के लिए परेशानी बढ़ गई है. क्योंकी 2022 में अब तक रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले लगभग 7 प्रतिशत से ज्यादा कम हो गई है. अभी एक डॉलर का दाम करीब 80 रुपये के बराबर पहुंच गया है.
रुपए की कीमत डॉलर से कम होने पर हुआ फायदा
रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले कम होने से कई लोगों को फायदा तो कई लोगों को नुकसान भी हुआ है. बिहार के कई छात्र विदेश में रहकर पढ़ाई करते है. ऐसे में अब भारतीय पैरेंट्स को अपने बच्चों को अमेरिका में पढ़ाने के लिए ज्यादा रुपया खर्च करना पड़ रहा है. पैरेंट्स हर महीने अपने बच्चों को अमेरिका में राशि भेजते हैं. बता दें कि रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले लगभग 7 प्रतिशत से ज्यादा कम हो गई है. जिससे अब एक डॉलर का दाम करीब 80 रुपये के बराबर पहुंच गया है.
ब्रिटेन-जापान में पढ़ना अब हुआ सस्ता
ब्रिटेन समेत यूरोप के कुछ देशों में पढ़ने वाले छात्रों को रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले कम होने से फायदा हुआ है. उनके अभिभावकों को अब पहले की तुलना में कम पैसा भेजना पड़ेगा. यूरो के मुकाबले रुपया 3 फीसदी ज्यादा मजबूत हो गया है. ब्रिटेन के पाउंड के मुकाबले रुपया 4.5 तो जापान के येन के मुकाबले 11 अंक मजबूत हुआ है. इससे यूरोप, जापान में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को फायदा हुआ है. अब उनके अभिवावकों को कम पैसा भेजना पड़ेगा जिससे उनके जेब पर कम असर होगा.
कई देशों पर इसका असर हुआ है. अमरीका को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी देशों के मुकाबले रुपये की कीमत ज्यादा है. ऐसे में अब डॉलर पर निर्भरता लोगों की काम हो जाएगी. तो जो लोग देश के बाहर जाकर पढ़ना चाहते हैं. उनके लिए ये सुनहरा मौका है की ब्रिटेन-जापान जैसे देशों में जाकर कम पैसे में पढ़ाई कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau