बिहार के कृषि मंत्री सुधारकर सिंह ने एक बार फिर से बेबाकी से अपनी राय रखी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. सुधाकर सिंह ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 17 साल से बिहार का कृषि मंत्रालय बीजेपी के पास रहा, लेकिन बीजेपी ने कृषि मंत्रालय का विकास करने की बजाय कृषि मंत्रालय को बर्बाद ही किया है. साथ ही सुधाकर सिंह ने केंद्री की मोदी सरकार पर पर भी यूरिया आपूर्ति को लेकर गंभी आरोप लगाया. इतना ही नहीं, बिहार की उर्वरक कंपनियों पर भी सही से काम न करने का आरोप लगाया और यूरिया की कालाबाजारी को लेकर चिंता जताई.
हालांकि सुधाकर सिंह ने एक बार फिर से अपने मंत्रालय के मातहतों के प्रति नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों का बदलाव करना चाहता हूं और अगर तब्दीली होगी तो निश्चित तौर पर बेहतर काम होगा. साथ ही उन्होंने चौथे कृषि रोड मैप को न सिर्फ बिहार के लिए बल्कि देश के लिए रोड मॉडल बताया और ये भी वादा कर डाला कि कृषि मंडी को फिर से वापस लाया जाएगा.
वहीं, सीएम नीतीश कुमार से मतभेदों की खबरों को अफवाह करार देते हुए कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में मेरे नहीं रहने का गलत मतलब नहीं निकाला जाए. समीक्षा करने का सीएम का विशेषाधिकार है. जब भी सीएम को मेरी जरूरत पड़ेगी मैं मौजूद रहूंगा.
आपको बता दें कि अपने बेबाकी के लिए जाने जानेवाले सुधाकर सिंह ने पहले भी अपने विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठाया था. सुधाकर सिंह ने अपने विभाग के अधिकारियों को चोर और खुद को चोरों का सरदार तक बता डाला था, जिसके बाद बिहार के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा हो गई थी कि सुधाकर सिंह और सीएम नीतीश कुमार में कुछ मतभेद हैं. आलम ये हो गया था सीएम नीतीश कुमार को सफाई देनी पड़ी थी. हालांकि सीएम नीतीश ने सारी बात डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर छोड़ दी थी.
रिपोर्ट : आदित्य झा
Source : News Nation Bureau