Advertisment

शिक्षा मंत्री और सचिव विवाद: सुधाकर सिंह ने IAS केके पाठक बता डाला 'निकम्मा अधिकारी'

सुधाकर सिंह आईएएस केके पाठक पर बरसते हुए उन्हें निकम्मा अधिकारी बताते हुए उनकी बर्खास्तगी तक की मांग कर डाली.

author-image
Shailendra Shukla
New Update
three

IAS केके पाठक (बाएं), प्रो. चंद्रशेखर सिंह (बीच में) व सुधाकर सिंह ( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर और विभाग के सचिव आईएएस केके पाठक के बीच पीत पत्र को लेकर जारी विवाद में अब बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह की एंट्री हो गई है. शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर सिंह के समर्थन में सुधाकर सिंह पूरी तरह से उतर आए हैं. उन्होंने केके पाठक को निकम्मा अधिकारी बताया है और कहा है कि  क्या आपको लगता है कि केके पाठक का कोई परफॉर्मेंस है. उन्हें जो भी जिम्मेदारियां आजतक दी गई कोई भी जिम्मेदारी सही से नहीं पूरा कर पाए हैं. सुधाकर सिंह आईएएस केके पाठक पर बरसते हुए उन्हें निकम्मा अधिकारी बताते हुए उनकी बर्खास्तगी तक की मांग कर डाली.

सुधाकर सिंह ने कहा कि आईएएस केके पाठक एक निकम्मे अधिकारी हैं और ऐसे निकम्मों को तो बर्खास्त कर देना चाहिए. उनका परफॉरमेंस कभी भी ठीक नहीं रहा. जब वह शराब विभाग में तो तो बहुत से लोग जहरीली शराब पीने से बेमौत मर गए. खनन विभाग में भी कुछ ढंग का काम नहीं किया और अब शिक्षा विभाग में भी यही सब कर रहे हैं. इन्हें तो तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए.

ये भी पढ़ें-BJP कुछ दिन और सत्ता में रही तो देश में लागू हो जाएगी तानाशाही: ललन सिंह

क्यों छिड़ा है संग्राम

बता दें कि शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेकर के आप्त सचिव द्वारा एक पीत पत्र लिखकर आईएएस केके पाठक के काम करने के तरीकों पर सवाल खड़ा किया गया था. पीत पत्र के जवाब में आप्त सचिव के शिक्षा विभाग में एंट्री करने पर ही रोक लगा दी गई है. शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर सिंह और आईएएस केके पाठक के बीच जमकर पत्रों के जरिए आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. 

शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश

बिहार में शिक्षामंत्री और विभागीय अधिकारियों में टकराव लगातार बढ़ता दिख रहा है. अब शिक्षा विभाग ने एक पत्र जारी कर अधिकारियों को निर्देश दिया है. सह-अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव का कोई भी पत्र विभाग रिसीव नहीं करेगा. पत्र में लिखा गया है कि कृष्ण नन्द यादव माननीय विभागीय मंत्री के आप्य सचिव द्वारा प्रेषित पत्र / पीत पत्र या अन्य कोई भी पत्र अपर मुख्य सचिव महोदय के आदेशानुसार प्राप्त नहीं करना है. 

education department latter

कृष्णा नंद यादव की शिक्षा विभाग में No Entry

आपको बता दें कि पीत पत्र को लेकर बिहार के शिक्षामंत्री प्रो. चंद्रशेखर और शिक्षा सचिव आईएएस केके पाठक के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. प्रो. चंद्रशेखर के PA कृष्णा नंद यादव की शिक्षा विभाग में एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है. साथ ही पीत पत्र के जवाब में कहा गया था कि निदेशानुसार, पिछले एक सप्ताह में आपके द्वारा भांति-भांति के पीत-पत्रों में भांति-भांति के निदेश विभाग और विभागीय पदाधिकारियों को भेजे गये हैं. इस संबंध में आपको आगाह किया गया था कि आप आप्त सचिव (बाह्य ) तौर पर हैं. अतः आपको नियमतः सरकारी अधिकारियों से सीधे पत्राचार नहीं करना चाहिए.

ACS केके पाठक के खिलाफ पीत पत्र

आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री ने अपने ही विभाग के ACS केके पाठक के खिलाफ पीत पत्र जारी किया था. जिसमें शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने लिखा कि सरकार के कार्यशैली के खिलाफ ACS केके पाठक काम कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने इसके साथ-साथ अपने विभाग के कई सचिवों के खिलाफ भी पीत पत्र लिखा है.

HIGHLIGHTS

  • शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के समर्थन में उतरे सुधाकर सिंह
  • IAS केके पाठक को बता डाला निकम्मा अधिकारी
  • IAS केके पाठक को बर्खास्त करने की भी कर डाली मांग

Source : News State Bihar Jharkhand

IAS KK pathak Sudhakar Singh Prof. Chandra Shekhar
Advertisment
Advertisment
Advertisment