बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है. इस बार उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि मोदी सरकार ने 3.74लाख लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई है. नीतीश के रेल मंत्री रहते 1.37लाख नौकरी कम हुई थी. बिहार में रेलवे की 57 परियोजनाओं पर काम हो रहा है और लोगों को रोजगार मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि अलग रेल बजट की प्रथा खत्म करने से रेलवे की बजट सहायता में 6 गुणा बढ़ोत्तरी हुई है.
सुशील मोदी ने कहा कि जहाँ नीतीश कुमार के रेल मंत्री रहते रेलवे में 1.37 लाख नौकरियाँ कम हो गई थीं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ साल में 3.74 लाख लोगों को रेलवे में नौकरी मिली और रेल बजट को आम बजट में मिलाने से बिहार में रेलवे का बजट अनुदान यूपीए सरकार की तुलना में 6 गुना बढ़ कर 6,606 करोड़ रुपये हो गया. भारत के अलावा किसी देश में अलग से रेल बजट नहीं होता था.
उन्होंने आगे कहा कि पृथक रेल बजट की अनुत्पादक परिपाटी समाप्त करने के ऐतिहासिक कदम के लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए इसके फायदे गिनाये. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के समय अलग रेल बजट के दौर ( 2003-04) में रेलवे को बजट सहायता 7 हजार करोड़ रुपये मिलती थी , जो बढकर आम बजट( 2022-23) के जरिये 1.59 लाख करोड़ हो गई.
सुशील मोदी ने कहा कि अलग रेल बजट के जमाने में हर रेल मंत्री बिना बजट प्रावधान के लोकलुभावन घोषणाएँ कर देते थे, लेकिन वे संसाधन के अभाव में घोषणाएं लागू नहीं करा पाते थे. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार दस-बीस साल पहले की रेलवे संबंधी घोषणाएं को भी लागू करा रही है, क्योंकि अब बजट सहायता राशि में 484 फीसद की वृद्धि हो चुकी है. नीतीश कुमार को ये बदलाव और काम नहीं दिखते.
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय रेलवे का विद्युतीकरण 14 किलोमीटर सालाना था, जो मोदी-सरकार के समय 1750 फीसद बढ कर 245 किलोमीटर सालाना हो गया. सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने कहा कि पहले साल में केवल तीन आरओबी बनते थे, लेकिन अब हर साल रेलवे 40 आरओबी बनवा रहा है.
HIGHLIGHTS
- सुशील मोदी लगातार सीएम नीतीश पर बोल रहे हैं हमला
- अब रोजगार के मुद्दे को लेकर बोला हमला
- रेलवे में रोजगार के मुद्दे को लेकर कसा तंज
Source : News State Bihar Jharkhand