बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर से किसानों के मुद्दों को लेकर सूबे की महागठबंधन सरकार और खासर सीएम नीतीश पर करारा हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि अधिकांश धान की कुटाई उसना चावल मिलों से कराने के तुगलकी फरमान के चलते धान खरीद, कुटाई और किसानों को धान के मूल्य का भुगतान करने की पूरी प्रक्रिया चरमरा गई है. उन्होंने आगे कहा कि धान खरीद के लिए केवल सात दिन का समय बचा है, जबकि खरीद 45 लाख मीट्रिक टन के लक्ष्य के मुकाबवे केवल 32 लाख मीट्रिक टन (एमटी) हुई.
सुशील मोदी ने कहा कि कहा कि राज्य में उसना चावल की खपत ज्यादा है, लेकिन उसना चावल बनाने वाली मिलें कम (मात्र 156) हैं. अरवा चावल की मिलें ज्यादा (2500) हैं. उन्होंने कहा कि 32 लाख एमटी धान से 30 लाख एमटी चावल तैयार होना था, लेकिन केवल 6लाख एमटी चावल तैयार हुआ. उन्होंने आगे कहा कि सरकार नियमों को और शिथिल कर अरवा चावल मिलों को भी धान कुटवाने की अनुमति दें, और अगले खरीद सीजन में उसना चावल मिलों की संख्या दोगुना बढाने के उपाय करे, ताकि किसानों को धान बेचने और भुगतान पाने के लिए लंबा इंतजार न करना पडे.
सुशील मोदी ने कहा कि एक चावल मिल से 25-30 पैक्सों को सम्बद्ध करने से एक पैक्स से धान लेने की बारी महीने भर बाद आ रही है. लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. पैक्स गोदाम भरे पड़े हैं. उनके आगे ट्रकों की लाइन लगी है. नीतीश सरकार पर हमला करके हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में अन्नदाता परेशान हैं. उनके धान खरीदने में समस्याएं आ रही हैं,लेकिन मुख्यमंत्री समाधान यात्रा में इस मुद्दे का संज्ञान तक नहीं ले पाये.
HIGHLIGHTS
- सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर बोला हमला
- किसानों के मुद्दे पर कसा तंज
- समाधान यात्रा को लेकर भी किया कटाक्ष
Source : News State Bihar Jharkhand