RJD का बंद लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन नहीं, राजनीतिक गुंडागर्दी था- मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बंद को राजनीतिक गुंडागर्दी बताया है.

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Dalchand Kumar
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RJD का बंद लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन नहीं, राजनीतिक गुंडागर्दी था- मोदी

'RJD का बंद लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन नहीं, राजनीतिक गुंडागर्दी था'( Photo Credit : Twitter)

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बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बंद को राजनीतिक गुंडागर्दी बताया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी का बंद लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि राजनीतिक गुंडागर्दी था. लालू यादव पर हमला बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि लालू ने बिहार को चरवाहा विद्यालय, लाठी, गरीबी और पलायन के सिवा दिया ही क्या है?

आरजेडी के 'बिहार बंद' पर सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर के माध्यम से निशाना साधा. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'राजद के प्रदर्शन में बच्चों का इस्तेमाल हुआ, कई जगह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और बड़ी संख्या में गरीबों-मजदूरों को दिहाड़ी गंवानी पड़ी. गंभीर रूप से बीमार लोग अस्पताल नहीं पहुंच पाए. एम्बुलेंस तक को रोका गया. लालू यादव बताएं कि यह बंद क्या केवल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को भारत की नागरिकता दिलाने की जबरदस्ती के लिए था ?'

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उपमुख्यमंत्री ने आगे लिखा, 'लालू प्रसाद ने बिहार को चरवाहा विद्यालय, लाठी, गरीबी और पलायन के सिवा दिया ही क्या है? जिनका ज्ञान भैंस की पीठ पर चढ़ा रहा और जो कलम-कंप्यूटर के बजाय जो लाठी में तेल पिलाते रहे, उन्हें संविधान की समझ क्या होगी?' उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जेएनयू के टुकड़े-टुकड़े गैंग और एक खास समुदाय को भड़काने में खुद को एक छात्र नेता से ज्यादा असरदार साबित करने के लिए वामदलों से अलग बंद का आयोजन किया था.

सुशील मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'राजद को पहले से पता था कि उनके बिहार बंद को सिवा एक गुमराह समुदाय के कट्टरपंथियों के अलावा नागरिकता कानून को ठीक से समझने वाले एक भी आदमी का समर्थन नहीं मिलने वाला है, इसलिए वे पेट्रोल, माचिस और तेल पिलाई लाठी लेकर शांतिपूर्ण लोगों को अपने जंगलराज की याद दिलाने निकले थे. इनका बिहार बंद लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन नहीं, राजनीतिक गुंडागर्दी था.'

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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल के बिहार बंद के दौरान समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. पटना सहित कई इलाकों में वाहनों के शीशे तोड़े गए और मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया गया. पटना के औरंगाबाद बाजार में बंद की आड़ में उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की, जिससे एक पुलिसकर्मी संजय कुमार के घायल होने की खबर है. फुलवारीशरीफ में भी बंद समर्थकों के जुलूस पर हुए पथराव के बाद स्थिति बिगड़ गई। दोनों ओर से एक घंटे तक जमकर पथराव हुआ, जिसमें दर्जनों लोगों को चोटें आईं.

औरंगाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई. इसके अलावा पटना, अररिया, आरा, भागलपुर, समस्तीपुर, वैशाली में भी लोग सड़कों पर उतरे और सड़क पर आगजनी की गई. इस दौरान बंद समर्थकों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. नवादा जिले में राजद कार्यकर्ताओं ने पटना-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर सद्भावना चौक के पास आगजनी की और रास्ता जाम कर दिया. कई जगहों पर जबरन दुकानों को बंद करवाया गया.

Source : News Nation Bureau

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