डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इन दिनों एक्शन में नजर आ रहे हैं. उन्होंने NMCH के अधीक्षक को लापरवाही बरतने को लेकर निलंबित कर दिया था. जिसको लेकर अब सरकार और डॉक्टर आमने सामने आ गए हैं. जहां IMA ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर NMCH अधीक्षक का निलंबन वापस नहीं होता है तो राज्यभर के डॉक्टर हड़ाल पर चले जाएंगे. वहीं, दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने साफ़ कर दिया है कि सरकार इनके आग नहीं झुकगी अधीक्षक का निलंबन वापस नहीं होगा.
तेजस्वी यादव ने IMA के अल्टीमेटम पर कहा कि किसी भी एसोसिएशन का काम होता है. अपने लोगों के पक्ष को सरकार के समक्ष रखना. IMA को यह देखना होगा कि क्या वह गलत डॉक्टर के लिए भी सरकार पर दबाव बनाएंगे. उन्होंने कहा कि IMA जो सही चीजें हैं उसे सपोर्ट करें लेकिन गलत का समर्थन करना कही से भी ठीक नहीं है. अगर किसी डॉक्टर की गलती सामने आती है तो IMA के लोग उसे सपोर्ट ना करें. जिस अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट को यह नहीं पता कि डेंगू वार्ड कहां है, IMA उसका पक्ष रख रहा है.
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को अपनी शिकायत लेकर जहां जाना है जाएं. बिहार की सरकार जनता की सेवा करने के लिए है, हमलोग किसी और के लिए यहां नहीं बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में अब डॉक्टरों की मनमानी नहीं चलने वाली है. बिहार के करीब सात सौ पांच डॉक्टर सालों-साल से अपनी ड्यूटी से गायब हैं. कोई दस साल से तो कई 12 साल से ड्यूटी पर नहीं जा रहा है. लेकिन IMA ने कभी भी यह नहीं कहा कि ऐसा डॉक्टरों पर कार्रवाई होनी चाहिए. हर जगह गलत मानसिकता के लोग पड़े हुए हैं, जिनका काम होता है हल्ला मचाना. तेजस्वी ने यहां तक कह दिया कि छोटी-मोटी चीजें सामने आती रहती हैं हमारा इन सब चीजों पर कोई ध्यान नहीं रहता है.
आपको बता दें, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं. इसी लिहाज़ से वे पटना के NMCH का औचक निरिक्षण करने पहुंचे थे. वहां मौजूद मरीज़ों ने तेजस्वी यादव के सामने कई शिकायतें रख दी. इसके बाद वे तुरंत एक्शन में आ गए और मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ विनोद कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया था.
Source : News State Bihar Jharkhand