बिहार में सूर्य आग उगल रहा है. प्रचंड गर्मी से लोगों का घर से बाहर तक निकलना मुश्लिक हो चुका है. गर्मी का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि दक्षिण बिहार के अधिकांश जिलों का तापमान 44 डिग्री से 47 डिग्री तक पहुंच चुका है. प्रचंड गर्मी को देखते हुए बिहार के सभी निजी स्कूलमों में छुट्टी दे दी गई है, लेकिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अब तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों को खोले रखा है. शिक्षकों के साथ ही छात्र भी मजबूरी में जैसे-तैसे स्कूल आ रहे हैं. इस बीच शेखपुरा, बाढ़ और बेगूसराय में गर्मी से कई छात्र-छात्रा बेहोश हो गए. कुल मिलाकर लगभग 48 छात्र-छात्राओं के बेहोश होने की खबर सामने आ रही है. अब इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के साथ ही सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है.
स्कूल बंद ना होने पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा
हमले बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है, सिर्फ ब्यूरोक्रेसी ही रह गई है. प्रदेश में अफसरशाही चरम सीमा पर है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी स्कूल की टाइमिंग को लेकर सुना नहीं जा रहा है. आप समझ लीजिए कि क्या स्थिति है. मुख्यमंत्री इतना कमजोर क्यों हो गए हैं? तापमान पर बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में 47 डिग्री तापमान है. इसे देखते हुए छोटे बच्चों को रिलैक्सेशन का ध्यान रखना चाहिए. यह एडवाइस डॉक्टर भी देते हैं.
प्रदेश में अफसरशाही चरम सीमा पर
बिहार के स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी उस हिसाब से नहीं है, ताकि बच्चे स्कूल जाएंगे तो सुरक्षित रहेंगे. जो देखने वाली बात है. आपको बता दें कि बिहार में सरकारी स्कूलों का संचालन सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक की जा रही है. वहीं, शिक्षकों को डेढ़ बजे तक स्कूल में रहना है. कमजोर छात्रों को 1.3 घंटे की स्पेशल क्लासेज भी दी जा रही है. बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी 15 अप्रैल से 15 मई तक की दी थी.
HIGHLIGHTS
- स्कूल बंद ना होने पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा
- कहा- सिर्फ ब्यूरोक्रेसी ही रह गई
- प्रदेश में अफसरशाही चरम सीमा पर
Source : News State Bihar Jharkhand