बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार देर शाम वीडियो कोंफ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उसमें शिरकत की. तेजस्वी ने आज अपना एक वीडियो जारी कर उस कोंफ्रेंस की बातों को साझा किया है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि उन्होंने कई सुझाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिए हैं. सबसे महत्वपूर्ण सुझाव ये कि बिहार में कोरोना के टेस्ट ज्यादा से ज्यादा हों, आबादी के अनुपात में हों और रेंड्म टेस्ट हों.
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तेजस्वी यादव ने बताया, 'हमने वेंटिलेटर और पीपीई किट्स की जानकारी मांगी है. केंद्र सरकार ने क्या सहायता मिली है, यह भी पूछा. हमने सुझाव दिया कि बिहार सरकार खुद से वेंटिलेटर खरीदे. मुख्यमंत्री के जवाब से हमलोग संतुष्ट नहीं हैं. हमने मुख्यमंत्री से कहा कि हर राज्य के मुख्यमंत्री खुलकर सामने आ रहे हैं और घूम रहे हैं. मुख्यमंत्री को लोग एक्शन में देखना चाह रहे हैं, आप बाहर निकल कर देखें की अधिकारी जो दावा कर रहे हैं वो कितने सही हैं.
राष्ट्रीय जनता दल के नेता ने आगे बताया, 'हमने ये भी निवेदन किया की तमाम जनप्रतिनिधि का भी इस्तेमाल हो, इससे चेक एन्ड बेलेंस होगा. मुख्यमंत्री मजदूरों को बाहर से लाने की ज्यादा कोशिश करें. राज्य सरकार एडवांस में रेलवे से टिकट बुकिंग कराए, मजदूरों को पैसा ना देना पड़े. हमने ये भी कहा कि अगर बिहार सरकार सक्षम नहीं तो विपक्ष से मदद ले. हम तन, मन और धन से मदद करेंगे.
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तेजस्वी ने सवाल किया कि अगर प्रकाश पर्व में सरकार पटना में केवल ढाई लाख लोगों के लिए तमाम इंतजाम करा सकती है तो क्या हम गरीब मजदूरों को लाने के लिए व्यवस्था नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिलावार मजदूरों को लाया जाए. इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में राशन वितरण में धांधली हो रही है, इसमें पारदर्शिता लाई जाए. राजद नेता ने कहा कि कोरोना के बाद के लिए सरकार एक बेकअप प्लान बनाकर रखे, क्योंकि स्थिति राज्य की अब हर रूप में बिगड़ेगी.
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