पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने आम आदमी की तरह ही फोन पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को हड़का दिया. हालांकि वे समझ नहीं पाए थे कि उनकी बात किससे हो रही है. फिर सैकड़ों लोगों के बीच खड़े तेजस्वी यादव को जोर देकर बताना पड़ा कि वे कौन बोल रहे हैं. उसके बाद हडबड़ाए जिलाधिकारी को अहसास हुआ कि उन्होंने गलत तेवर में बात कर दी है. इसके बाद वहां खूब ठहाके लगाए गए. साथ ही लोगों ने तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाए.
यह भी पढ़ें: लालू का जेटली से मिलना नहीं भाया था नीतीश को और टूट गई थी दोस्ती
दरअसल, शिक्षक बहाली में देरी के खिलाफ राज्य भर के अभ्यर्थी आंदोलन पर हैं. उन्होंने पटना के गर्दनीबाग में धरना देना शुरू किया था. लेकिन मंगलवार की शाम पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया. बुधवार को अभ्यर्थी फिर से गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे तो एक बार फिर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. पुलिस से बचकर भागे सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी पटना के ईको पार्क पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने अपने साथ हुए वाकये की खबर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दी. तेजस्वी यादव ने वहां पहुंच स्पीकर पर अधिकारियों से बात की और फिर घर पहुंच मुख्य सचिव से बात की.
यह भी पढ़ें: 'क्राइम' कैपिटल बनी बिहार की राजधानी पटना, अब वकील के मुंशी की गोली मारकर हत्या
इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने पटना के जिलाधिकारी को फोन किया. आम आदमी समझकर जिलाधिकारी पहले तो तेजस्वी यादव को हड़काने लग गए. लेकिन जब राजदनेता ने कहा कि 'मैं तेजस्वी यादव बोल रहा हूं.' तो उसके बाद जिलाधिकारी ने तेवर में बात कर दी है. हालांकि तेजस्वी अपना नाम बताते हैं तो डीएम भी शिष्टाचार का परिचय देते हुए प्रणाम करते हैं. जिसके बाद वहां मौजूद आंदोलनकारी शिक्षक अभ्यर्थी ठहाका लगाया और तालियां बजाईं.
Source : News Nation Bureau