बिहार में सोमवार को फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बन रही है. नीतीश कुमार राजभवन में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. राजद का मानना है कि बदलाव का जनादेश राजग के खिलाफ है. बता दें कि राजद नेता ने भाजपा और जदयू पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. विपक्ष लगातार मतगणना में हेराफेरी का आरोप लगा रहा है. विपक्ष का कहना है कि 130 सीटों पर महागठबंधन में शामिल दलों की जीत हुई थी.
राजद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, 'राजद शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है. बदलाव का जनादेश राजग के विरुद्ध है. जनादेश को 'शासनादेश' में बदल दिया गया. बिहार के बेरोजगारों, किसानो, संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है. राजग के फजीर्वाड़े से जनता आक्रोशित है. हम जनप्रतिनिधि हैं और जनता के साथ खड़े हैं.' सूत्रों के अनुसार, राजद नेता तेजस्वी यादव सहित पार्टी के कई नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में शमिल होने का निमंत्रण भेजा गया है.
राजद की ओर से किए गए एक अन्य ट्वीट में लिखा गया है, 'बिहार में दो मजबूरों की मजबूर सरकार बन रही है. एक शक्तिविहीन, शिथिल और भ्रष्ट प्रमाणित हो चुके मजबूर मुख्यमंत्री. दूसरा चेहराविहीन और तन्त्र प्रपंच को मजबूर वरिष्ठ घटक दल. इनकी मजबूरी है - राजद का जनाधार और तेजस्वी यादव को अपना सर्वाधिक प्रिय नेता स्वीकार कर चुका बिहार.'
दरअसल, एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को 74 सीटें मिली हैं. नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (JDU) को 43 सीटें मिली हैं. वहीं, महागठबंधन में राजद को 75 सीटें मिली हैं और वह इस बार सदन में सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं, महागठबंधन के दलों में कांग्रेस को 19 और वाम दलों को 16 सीटों पर जीत मिली थी.
Source : IANS/News Nation Bureau