Tejashwi Yadav: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर कुछ दिनों पहले जडीयू नेता नीरज कुमार ने सैलेरी घोटाले का आरोप लगाया था. इसे लेकर बिहार में काफी सियासी बयानबाजी भी हो रही थी. वहीं, अब तेजस्वी यादव ने अपने कानूनी सलाहकार के माध्यम से नीरज कुमार को मानहानि का नोटिस भेज दिया है.
तेजस्वी यादव ने नीरज कुमार को भेजा लीगल नोटिस
इस नोटिस में कहा गया है कि लगाए गए आरोपों को नीरज कुमार 10 दिन में साबित करें, नहीं तो मानहानि के मुआवजे के तौर पर 12 करोड़ 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं. बता दें कि तेजस्वी यादव के वकील ने नोटिस में कहा है कि तेजस्वी देश के पसंदीदा युवा नेताओं में से एक है.
12 करोड़ रुपये का मानहानि केस
उन्होंने महागठबंधन की सरकार में काफी कम समय में लाखों युवाओं को रोजगार देने का काम किया और अब जेडीयू गलत आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल कर रही है. लीगल नोटिस में कहा गया है कि 10 दिनों के अंदर तेजस्वी पर लगाए गए सभी आरोपों की पुष्टि करें नहीं तो 12 करोड़ मानहानि राशि देनी पड़ेगी और इसके साथ ही लीगल नोटिस के रूप में 10 लाख रुपये देने पड़ेंगे. अभी तक जेडीयू की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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10 दिनों के अंदर देना होगा जवाब
मामले में तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर मैं सैलेरी घोटाला करता हूं तो मुझे लीगल नोटिस क्यों नहीं भेजा? अगर जेडीयू ने जो आरोप मुझ पर लगाए हैं, इस पर कोई जवाब नहीं आता है तो हम मामला कोर्ट में लेकर जाएंगे.
जेडीयू ने लगाया सैलेरी घोटाले का आरोप
आपको बता दें कि नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के खिलाफ 700 पन्नों का हलफनामा दायर किया था और उन पर सैलेरी घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि तेजस्वी ने 2015 और 2020 के चुनाव के समय अपनी गलत आय दिखाई. 2015 के चुनाव में तेजस्वी ने अपनी सलाना आया 1 लाख 41 हजार 750 रुपये दिखाया था और लोगों के बीच में करोड़ों रुपये बांटे थे. जबकि उनकी सैलेरी 40000 रुपये है, फिर महीने की आय 11812 रुपये कैसे हो सकती है.