राजद के लिए अब बड़े फैसले तेजस्वी यादव लेंगे. राजद की मंगलवार की बैठक में तेजस्वी यादव को जिम्मेदारी मिली. खबर अंदर से ये आई कि अब नीतिगत निर्णय तेजस्वी ही लेंगे, जिसको लेकर एक प्रस्ताव लालू यादव की उपस्थिति में पारित कर दिया गया है. बैठक खत्म होने के बाद राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की अध्यक्षता में मीटिंग हुई. इसमें राजद की सदस्यता अभियान को लेकर विशेष चर्चा हुई.
उन्होंने कहा कि राजद ने पूरे बिहार में एक करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. इसके क्रियान्वयन के लिए राजद सुप्रीमो लालू ने नेताओं को निर्देश दिया. वहीं इस बैठक में महंगाई और बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों पर कैसे सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाए, इस पर भी चर्चा हुई. इसके लिए विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व आंदोलन करने का भी फैसला लिया गया है.
भाई वीरेंद्र ने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर जैसे पार्टी के नेतृत्व आदेश देंगे, वैसे काम किया जाएगा. वहीं, जातीय जनगणना को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई. भाई वीरेंद्र ने कहा कि जातीय जनगणना का मुद्दा सबसे पहले लालू यादव ने उठाया. एनडीए की सरकार बनने के बाद इसे ठंडा बस्ते में डाल दिया गया है.
प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने भी इशारों में तेजस्वी के हाथ बागडोर दिए जाने की बात कह डाली. महागठबंधन में एमएलसी प्रत्याशी को लेकर बिखराव से जगदानन्द ने इनकार किया है, जबकि कांग्रेस और वाम दल राजद के तीनों सीट पर प्रत्याशी घोषित किए जाने से नाराज़ हैं. राजद सुप्रीम लालू यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेजप्रताप, राबड़ी देवी, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और विधायक शामिल हुए.
Source : News Nation Bureau