छपरा के अमनौर में माही नदी किनारे पवित्र स्थल पर बनी वैष्णो देवी मंदिर बिहार में एकलौता ऐसा मंदिर है, जो जम्मू कश्मीर के कटरा माता वैष्णो देवी मंदिर के तर्ज पर बनाई गई है. इसमें 750 मीटर लंबे गुफा में बाण गंगा, चरण पादुका, गर्भ गुफा, अर्धकुंवारी, माता के पिंडी का दर्शन और फिर 50 मीटर उपर बाबा भैरव नाथ का दर्शन, इन सभी चीजों को दर्शाया गया है. वैष्णो देवी मंदिर, जहां श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी होती है. यहां प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. माता वैष्णो देवी और भैरव नाथ की दर्शन करने से श्रद्धालुओं की मन्नते पूरी होती है. इस मंदिर के निर्माण और इतिहास के बारे में बताया जाता है कि 1900 ई .में बाबा मौजी दास रहा करते थे, जो काफी ही दयालु और श्रद्धालु थे. यहां के लोगों से, पशु-पक्षियों से बाबा को बहुत लगाव रहता था.
5 दशक बीतने के बाद 1952 ई में बाबा मौजी दास ने यहां समाधि ले ली, उसके बाद यह स्थल वीरान सा हो गया था. वहीं 9 साल पहले 2013 में माता वैष्णो देवी ने अपने भक्त मेघनाथ प्रसाद कुशवाहा को स्वप्न में दर्शन दिया और मंदिर निर्माण करने का आदेश दिया. फिर क्या व्यवस्यायी मेघनाथ ने स्थानीय लोगों को यह बताई और जन सहयोग से 4 अक्टूबर 2013 को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया और तीन साल बाद 29 जनवरी 2016 में मंदिर बनकर तैयार हो गया. दूर दराज से श्रद्धालु प्रतिदिन यहां पहुंचते हैं और माता के दर्शन से सभी भक्तों का कल्याण होता है.
Source : News Nation Bureau