बेटियां घर की रौनक होती है. लेकिन आज भी हमारे समाज में बेटियों को बोझ समझा जाता है. सरकार के तरफ से कई योजनाएं बनाई गई है. लगातार जागरूकता अभियान भी चलाई जा रही है इसके बावजूद कन्या भ्रूण हत्या रुकने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला लखीसराय से है जहां मां ने बच्ची को जन्म तो दिया मगर जैसे ही ये पता चला की वो बेटी है नवजात बच्चे को नाली में फेंक कर चली गई. एक बेटी होने की सजा बच्ची को मिली. जब लोगों को बच्ची की रोने की आवाज आई तो बच्ची तो बचाया गया.
मामला शहर के कवैया थाना अंतर्गत नया बाजार बड़ी दुर्गा मंदिर की है. जहां एक गली में दोनों नाली के ढक्कन के बीच छोटे से जगह के अंदर बच्ची को कपड़े में लपेटकर उसके अंदर फेंक दिया गया था. महिला ने बच्चे को नो माह गर्व में रखा उसके बाद उसे जन्म दिया और फिर उस नवजात शिशु को वहीं नाली में फेंक कर चली गई. लेकिन कहते है ना जाको राखे साइयां मार सके ना कोए. मां दुर्गा बड़ी मंदिर के सामने जब मां बच्ची को नाली में फेंक कर गई तो कुछ देर बाद उस गली से दो - तीन युवक वहां से गुजरे एक युवक ने उस नवजात की रोने की आवाज सुनी जिसके बाद उसे नाली से बाहर निकला गया और बच्ची की जान बचाई गई.
बच्ची को निकालने के बाद आस पास के लोगों की भीड़ जमा हो गई. लेकिन कोई भी बच्ची को उठाने के लिए तैयार नहीं था. जिसके बाद हमारे संवाददाता ने एक सहयोगी के साथ मिलकर बच्चे को गोद में लेकर उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज हुआ बच्ची अभी स्वस्थ है. वहीं, मामले की जानकारी बाल संरक्षण पदाधिकारी मनोज कुमार को दी गई जिसके बाद वो एसएलसीयू पहुंचे. उन्होंने कहा कि पहले बच्ची के परिजनों की खोज की जाएगी, उनके नहीं मिलने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
रिपोर्ट - अजय झा
Source : News State Bihar Jharkhand