बिहार (Bihar) के पूर्वी चंपारण जिले के एक क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे एक प्रवासी श्रमिक का शव पेड़ से लटका हुआ मिला है. मृतक की पहचान पप्पू राम के रूप में हुई है. वह करीब 14 दिन पहले महाराष्ट्र के कोल्हापुर लौटकर आया था. जिसके बाद उसे 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रखा गया था. क्वारेंटाइन की अवधि पूरा करने के बाद आज श्रमिक की छुट्टी होनी थी, लेकिन सुबह उसका शव पेड़ पर लटकते मिला. जिसके बाद वहां सनसनी फैल गई. सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और हंगामा किया है. यह घटना पूर्वी चंपारण (East Champaran) जिले के चकिया थाना के शीतलपुर पंचायत के हाताहरपुर गांव की है.
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परिजनों का कहना है कि 7 दिन पहले उत्क्रमित मध्य विद्यालय हाताहरपुर में बने क्वारेंटाइन सेन्टर में भोजन को लेकर दो पक्षों में मारपीट भी घटना हुई थी. ग्रामीणों का कहना है कि सेंटर पर रोजाना शराब की पार्टी भी होती रहती थी. ग्रामीणों की सूचना पर चकिया थाना पुलिस औऱ कल्याणपुर के बीडीओ मौके पर पहुंची है. लेकिन परिजन वरीय अधिकारियों के आने की मांग पर डटे हैं और पेड से लटके शव को उतारने से रोके हुए हैं.
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मृत श्रमिक पप्पू राम कल्याणपुर प्रखंड के शीतलपुर पंचायत के सिरसा पट्टी गांव का निवासी बताया जाता था. जो आज क्वारेंटाइन के 14 दिन पूरा करने के बाद घर लौटने वाला था. मृतक के भतीजे रमेश कुमार राम ने बताया कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर से दो लोगों साथ लौटे थे. उसने बताया कि जब क्वारेंटाइन सेन्टर में शौचालय है तो वे कैसे रात में बाहर निकले. मिलीभगत से उनकी हत्या की गई है, जो जांच का विषय है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
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