रोहतास के सोन पुल के पिलर में फंसे मासूम के लिए लोगों द्वारा की जा रही दुवाएं रंग लाई. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने बच्चे को सकुशल पिलर से निकालने में सफलता हासिल की है. लगभग 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को सुरक्षित पिलर से निकालने में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ द्वारा सफलता हासिल की गई है. बता दें कि नासरीगंज-दाउदनगर बीच पुल में मासूम रंजन फंस गया था. पुल के पिलर में ड्रील मशीन से होल किया गया और बच्चे को सुरक्षित निकाला गया. बच्चे का नाम रंजन कुमार है. जो खिरिसांव पंचायत के खिरियांव गांव का रहने वाला है. बच्चे के पिता के मुताबिक उनका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ है और वो दो दिनों से लापता था. जिसकी खोजबीन की जा रही थी.
रंजन को ले जाया गया अस्पताल
पिलर से सुरक्षित निकालकर रिंजन को तुरंत एनडीआरएफ की टीम अस्पताल लेकर रवाना हुई. अस्पताल में रंजन का समुचित इलाज किया जाएगा और फिर उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम द्वारा पोकलेन मशीन से पुल का कुछ हिस्से को तोड़कर रंजन को बाहर निकाला गया. इससे पहले पुल के पिलर से बच्चे को बचाने के लिए रात से SDRF और स्थानीय प्रशासन जुटा हुआ था लेकिन देर रात NDRF की टीम भी मौके पर पहुंची.
बच्चे के लिए भीतर पहुंचाई गई खाने पीने की चीजें
पिलर में फंसे बच्चे पर लगातार एसडीआरएफ की टीम नजर बनाए हुई थी. उसके मूवमेंट पर नजर थी. बच्चे को खाने पीने के लिए चीजें पिलर के भीतर भेजी गईं और ऑक्सीजन भी दी गई. बुधवार की दोपहर से मासूम रंजन के ब्रिज के पिलर में फंसे होने की सूचना मिली थी. मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची. देर रात ऑपरेशन में एनडीआरएफ की टीम भी शामिल हो गई थी.
HIGHLIGHTS
- एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की मेहनत को सलाम
- मासूम रंजन को पिलर से सुरक्षित निकाला
- रंग लाईं बिहार के लोगों की दुवाएं
- मासूम रंजन को पहुंचाया गया अस्पताल
Source : News State Bihar Jharkhand