बिहार विधानसभा का चौथा दिन भी शराब कांड की भेंट चढ़ गया. शीतकालीन सत्र के आज आखिरी दिन भी छपरा जहरीली शराब कांड को लेकर बीजेपी ने जोरदार हंगामा किया. इस हंगामे के चलते स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उनके संबंधी के ऊपर लगाए गए आरोप का मामला भी सदन में उठाया. यही नहीं उन्होंने लखीसराय में शराब के मामले में गिरफ्तार हुए माफिया के पोस्टर को सदन में दिखाते हुए उसे जेडीयू का नेता बताया है.
छपरा शराब कांड को लेकर उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से छपरा में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इस मामले में बिहार सरकार न्यायिक जांच कराने से भाग रही है. बिहार सरकार मुआवजा देने से भी भाग रही है. उन्होंने कहा कि 2016 में गोपालगंज में जहरीली शराब से मृतक के परिवार को 4 लाख का मुआवजा दिया गया था. फिर अब क्या हो गया? अब क्यों सरकार मुआवजा देने से भी भाग रही है? बिहार सरकार शराब माफियाओं को बचाने का काम कर रही है. वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है.
विजय सिन्हा ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति में उनके संबंधी के खिलाफ सरकार को जांच का निर्देश दिया गया है. विधानसभा में उस आदेश की प्रति को सदन के पटल पर रखा जाए. उन्होंने F.I.R को झूठा बताते हुए कहा कि मामले में जो केस दर्ज किया गया है. उसमें दूर-दूर तक उनके संबंधी का नाम नहीं है. पुलिस ने जिस व्यक्ति को इस मामले में पकड़ा है वह तो जेडीयू का पोस्टर लगाकर घूमता है. गलत आरोप लगाने वाले लोगों को माफी मांगनी चाहिए.
HIGHLIGHTS
- सदन की कार्यवाई 2 बजे तक स्थगति
- बिहार सरकार शराब माफियाओं को बचाने का कर रही काम : विजय कुमार सिन्हा
- विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की
Source : News State Bihar Jharkhand