बिहार में अब ऐसा लगता है कि बेटियां सुरक्षित नहीं है. घर से निकलते ही हैवानों की नजर उनपर पड़ जाती है और उन्हें वो अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं. चाहे वो किसी भी उम्र की हो इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. बगहा से दिल को दहला देने वाला एक ऐसा ही मामला निकल कर सामने आया है. जहां 14 साल की नाबालिग बच्ची को तीन दिनों तक गन्ने के खेत में बंधक बना कर रखा और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करते रहें. बच्ची रोती और चीखती रही लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा.
मामला बगहा के पटखौली थाना के एक गांव की है. बताया जा रहा है कि 15 नवंबर को नाबालिग सरेह में बकरी चराने गई थी. इसी दौरान गांव के ही सिंहासन यादव (25) व परदेसी धांगड़ (19) ने नाबालिग को पकड़ लिए और उसे गन्ने के खेत में खींचकर ले गए. जहां पहले उसके हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. जिसके बाद बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. लेकिन इतने से भी उनका मन नहीं भरा दुष्कर्म करने के बाद नाबालिग को तीन दिनों तक वैसे ही खेत में छोड़ दिया और उसके साथ दुष्कर्म करते रहें. 18 नवंबर को बच्ची किसी तरह वहां से भागकर अपने घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई.
दोनों युवक उसी गांव के ही रहने वाले हैं. वहीं, इस मामले में ओपी प्रभारी लालबाबू यादव ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पीड़िता के पिता ने बताया कि बीते 15 नवंबर को वो और उनकी पत्नी घर पर नहीं थे. बेटी घर में अकेली थी. जब हमें उसके गायब होने की सूचना मिली तो हम घर लौटे. काफी खोजबीन के बाद भी बेटी नहीं मिली, 18 नवंबर को जब वह घर लौटी तो उसकी हालत बहुत खराब थी.
रिपोर्ट - राकेश कुमार सोनी
Source : News State Bihar Jharkhand