बिहार के हाजीपुर में लचर स्वास्थ्य सिस्टम की पोल खोल गई है. जहां अस्पताल द्वारा इमरजेंसी मरीज को पटना PMCH रेफर किया गया लेकिन ले जाने के लिए एम्बुलेंस तक नहीं दिया गया. बीमार मां को अपने कंधे पर लेकर रात के अंधेरे में सड़कों पर भटकता रहा बेटा ताकि उसे कोई निजी वाहन मिल जाए जिससे वो अपनी मां को PMCH ले कर जा सकें जब अस्पताल के अधीक्षक से सवाल किया गया तो उन्होंने इस घटना से इंकार कर दिया.
हाजीपुर सदर अस्पताल में रविवार को एक बुजुर्ग मां का इलाज कराने के लिए बेटा और परिजन पहुंचे थे. जहां सरकारी अस्पताल में इलाज करने के बाद अचानक आधी रात में बीमार महिला की स्थिति गंभीर हुई तो सदर हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा बेहतर इलाज के लिए पटना PMCH रेफर कर दिया गया. रात के करीब 11 बजे अचानक महिला को पटना पीएमसीएच रेफर किया गया और ले जाने के लिए अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराया गया. जिसको लेकर एक बेटा अपनी मां को कंधे पर उठाकर सदर अस्पताल से लेकर हाजीपुर के सड़कों पर निजी गाड़ी के तलाश में भटकते रहा.
रात में शहर के सड़कों पर बीमार मां को लेकर भटकते प्रमोद कुमार ने बताया कि हमारी मां की स्थिति गंभीर है. पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है लेकिन सदर अस्पताल से और ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं दिया गया है.
वहीं, इस मामले में सदर अस्पताल के अधीक्षक एसके वर्मा ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है. अस्पताल में मरीजों के लिए एम्बुलेंस हमेशा उपलब्ध रहता है. अगर ऐसा हुआ है तो मैं इमरजेंसी जाकर इसकी जांच करूंगा अगर कोई स्वास्थ्य कर्मचारी दोषी पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Source : News State Bihar Jharkhand